तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव (फाइल फोटो).
- कहा - बुखार के कारण पार्टी की बैठक में हिस्सा नहीं ले पाए
- इशारा किया कि कुछ लोग उन्हें अलग थलग करने में लगे हैं
- तेजप्रताप बोले- हमारा परिवार अखिलेश यादव के परिवार की तुलना में एकजुट
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पटना:
राष्ट्रीय जनता दल लालू यादव जी की पार्टी है और सारे निर्णय उनके होते हैं. यह कहना है पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव का. परिवार में विवाद की खबरों पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि उन्होंने शंखनाद करके घोषणा की थी कि तेजस्वी यादव उनके भावी मुख्यमंत्री हैं. वे अपने इस बयान पर आज भी कायम हैं और उससे पीछे नहीं जाएंगे.
तेजप्रताप यादव बृहस्पतिवार को सिताब दियारा छात्र, युवा के एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. छात्र राजद के कई कार्यकर्ता फिलहाल पटना से सिताब दियारा की पदयात्रा पर हैं और शुक्रवार को इसका समापन समारोह है. पिछले दिनों घर में रहने के बावजूद पार्टी की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर तेजप्रताप ने सफाई दी कि मथुरा से लौटने के बाद बुखार के कारण वे हिस्सा नहीं ले पाए. लेकिन पार्टी में खासकर तेजस्वी यादव से मतभेद पर उनका कहना था कि उनका परिवार अखिलेश यादव के परिवार की तुलना में एकजुट है और विरोधी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाएंगे.
यह भी पढ़ें : राजद में लालू के बाद तेजस्वी और उसके बाद तेजप्रताप, जंग जारी है!
हालांकि तेजप्रताप यादव ने फिर इशारा किया कि कुछ लोग उन्हें अलग थलग करने में लगे हैं. उनका कहना था कि पार्टी के मुखिया लालू यादव हैं. पार्टी हम दोनो भाईयों से है और हम लोग एक जुट हैं. तेजप्रताप का कहना था कि कृष्ण और बलराम के बीच में कौन आएगा. तेजप्रताप ने तेजस्वी से किसी तरह के मतभेद से इनकार करते हुए कहा कि उससे क्या मतभेद होगा, अगर ऐसा होता तो शंखनाद नहीं करते. उनका दावा है कि दोनों भाई एक साथ पार्टी के लिए काम कर रहे हैं.
VIDEO : लालू यादव के बेटों के बीच वर्चस्व के लिए लड़ाई
तेजप्रताप के बृहस्पतिवार के बयानों से पार्टी के नेता जहां राहत को सांस ले रहे होंगे वहीं तेजस्वी यादव को भी इस बात का संतोष होगा कि मीडिया में तमाम खबरों के बावजूद तेजप्रताप यादव फिलहाल उन्हें ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं. हालांकि तेजप्रताप के तल्ख़ तेवर को देखते हुए पार्टी में सब इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि वे जानें कब क्या कह बैठेंगे जिससे विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा.
तेजप्रताप यादव बृहस्पतिवार को सिताब दियारा छात्र, युवा के एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. छात्र राजद के कई कार्यकर्ता फिलहाल पटना से सिताब दियारा की पदयात्रा पर हैं और शुक्रवार को इसका समापन समारोह है. पिछले दिनों घर में रहने के बावजूद पार्टी की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर तेजप्रताप ने सफाई दी कि मथुरा से लौटने के बाद बुखार के कारण वे हिस्सा नहीं ले पाए. लेकिन पार्टी में खासकर तेजस्वी यादव से मतभेद पर उनका कहना था कि उनका परिवार अखिलेश यादव के परिवार की तुलना में एकजुट है और विरोधी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाएंगे.
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हालांकि तेजप्रताप यादव ने फिर इशारा किया कि कुछ लोग उन्हें अलग थलग करने में लगे हैं. उनका कहना था कि पार्टी के मुखिया लालू यादव हैं. पार्टी हम दोनो भाईयों से है और हम लोग एक जुट हैं. तेजप्रताप का कहना था कि कृष्ण और बलराम के बीच में कौन आएगा. तेजप्रताप ने तेजस्वी से किसी तरह के मतभेद से इनकार करते हुए कहा कि उससे क्या मतभेद होगा, अगर ऐसा होता तो शंखनाद नहीं करते. उनका दावा है कि दोनों भाई एक साथ पार्टी के लिए काम कर रहे हैं.
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तेजप्रताप के बृहस्पतिवार के बयानों से पार्टी के नेता जहां राहत को सांस ले रहे होंगे वहीं तेजस्वी यादव को भी इस बात का संतोष होगा कि मीडिया में तमाम खबरों के बावजूद तेजप्रताप यादव फिलहाल उन्हें ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं. हालांकि तेजप्रताप के तल्ख़ तेवर को देखते हुए पार्टी में सब इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि वे जानें कब क्या कह बैठेंगे जिससे विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा.
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