नीतीश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय राजगीर उत्सव का उद्घाटन किया.
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                पटना: 
                                        बिहार के मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय राजगीर महोत्सव का उद्घाटन किया. उद्घाटन के साथ ही अपने विरोधियों को जवाब भी दिया. उद्घाटन के महज कुछ ही दिन पहले स्थल में बदलाव को लेकर विपक्षी पार्टी राजद की ओर से बिहार के पैसे की बर्बादी का आरोप सरकार पर लगाया गया था. नीतीश ने कहा अपनी धरोहर बचाना हम सभी का फर्ज है.
मुख्यमंत्री सोमवार को नालंदा के राजगीर स्थित अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में राजगीर महोत्सव को संबोधित कर रहे थे. राजगीर महोत्सव को लेकर मचे बवाल पर उन्होंने कहा कि अजातशत्रु किला मैदान के बारे में उन्हें पता नहीं था कि यह पुरातत्व विभाग की साइट है. जब उन्हें पता चला तो उन्होंने अविलंब राजगीर महोत्सव को अतंरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल एवं हॉकी मैदान में कराने को कहा.
यह भी पढ़ें : ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन रद्द होने से नीतीश नाराज, कहा- राज्य सरकार की किरकिरी हुई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया अपना कोई काम नहीं कर रहा है. देश व राज्य में हजारों साइट बिना खुदाई के यूं ही पड़ी हैं. एक महत्वपर्ण जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह नालंदा को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने में सफलता मिली है, उसी तरह राजगीर के वनगंगा के पास स्थित साइक्लोपियन वॉल को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी गई है.
उन्होंने केन्द्र के आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया पर तंज कसते हुए कहा कि इतिहास के पन्ने पर से धूल हटाने के बजाय यह कुछ और कर रही है. उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के पहले राजगीर आए थे. मगध साम्राज्य के राजा ने उन्हें प्रवास करने के लिए वृहद वेणुवन दिया, जो अभी छोटे आकार में है, इसे विकसित किया जाएगा.
VIDEO : आतंकियों की हिमाकत
नीतीश ने कहा कि नालंदा राजगीर ही नहीं, बिहार के अन्य क्षेत्र जहां पुरातत्व महत्व की संभावनाएं हैं, उन्हें सरकार विकसित करेगी. उन्होंने पुन: एक जानकारी दी कि राजगीर में बनने वाले जू सफारी में लोग आमने–सामने जीव–जंतु को देखेंगे ही नहीं, बल्कि साथ में नेचुरल सफारी भी कर सकेंगे. उन्होंने राजगीर, नालंदा, पावापुरी व अन्य क्षेत्रों में चल रही विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी.
                                                                        
                                    
                                मुख्यमंत्री सोमवार को नालंदा के राजगीर स्थित अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में राजगीर महोत्सव को संबोधित कर रहे थे. राजगीर महोत्सव को लेकर मचे बवाल पर उन्होंने कहा कि अजातशत्रु किला मैदान के बारे में उन्हें पता नहीं था कि यह पुरातत्व विभाग की साइट है. जब उन्हें पता चला तो उन्होंने अविलंब राजगीर महोत्सव को अतंरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल एवं हॉकी मैदान में कराने को कहा.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया अपना कोई काम नहीं कर रहा है. देश व राज्य में हजारों साइट बिना खुदाई के यूं ही पड़ी हैं. एक महत्वपर्ण जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह नालंदा को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने में सफलता मिली है, उसी तरह राजगीर के वनगंगा के पास स्थित साइक्लोपियन वॉल को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी गई है.
उन्होंने केन्द्र के आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया पर तंज कसते हुए कहा कि इतिहास के पन्ने पर से धूल हटाने के बजाय यह कुछ और कर रही है. उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के पहले राजगीर आए थे. मगध साम्राज्य के राजा ने उन्हें प्रवास करने के लिए वृहद वेणुवन दिया, जो अभी छोटे आकार में है, इसे विकसित किया जाएगा.
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नीतीश ने कहा कि नालंदा राजगीर ही नहीं, बिहार के अन्य क्षेत्र जहां पुरातत्व महत्व की संभावनाएं हैं, उन्हें सरकार विकसित करेगी. उन्होंने पुन: एक जानकारी दी कि राजगीर में बनने वाले जू सफारी में लोग आमने–सामने जीव–जंतु को देखेंगे ही नहीं, बल्कि साथ में नेचुरल सफारी भी कर सकेंगे. उन्होंने राजगीर, नालंदा, पावापुरी व अन्य क्षेत्रों में चल रही विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी.
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