राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में अपराधों के आंकड़े जारी किए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में अपराधों का ब्यौरा जारी किया है. तेजस्वी ने कहा है कि बिहार में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, इसके लिए सरकार दोषी है. इस पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, बिहार के मंत्री श्रवण कुमार और बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
तेजस्वी यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि, ''रूह को झकझोरने वाले विगत चंद दिनों के आपराधिक आंकड़े! अगर इन डरावनी घटनाओं के भयावह आंकड़े देखकर भी आपको बिहार में सब सही दिखाई दे रहा है तो मतलब सब ठीक नहीं है. कृपया विगत चंद दिनों की बिहार में घटित चंद आपराधिक घटनाओं का अवलोकन कीजिए.'' उन्होंने इसके साथ बिहार के अलग-अलग जिलों में हुईं 79 वारदातों की लिस्ट साझा की है.
तेजस्वी ने कहा है कि, ''जो पीड़ित परिवार के लोग हैं उनसे कोई मिलने भी नहीं जाता है. हम तो लगातार इन बातों को उठाते रहते हैं. हम तो शुरू से मिलने जाते हैं. इन लोगों से लॉ एंड आर्डर कंट्रोल नहीं होता है.''
जीतन राम मांझी ने किया पलटवार
तेजस्वी की पोस्ट पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने आरोप लगाया कि ''मुख्यमंत्री आवास से अपराधियों को कंट्रोल किया जाता था लालू राज में.''
मांझी के बयान पर तेजस्वी ने कहा कि, ''बेकार की बात है, ये सब कहानी है. सबूत क्या है? यह सब सिर्फ इधर का उधर का इधर करते रहता है. यह लोग सत्ता में बैठे हैं. तुम लोग करो ना, न्याय क्यों नहीं मिल रहा है? बिहार में अपराधियों को पकड़ने का काम कर रहे हो, अभी कहां बैठे हैं अपराधी? बहुत अपराधी हैं, जो भाजपा नेता और उनके साथ बैठे हुए लोग हैं.''
तेजस्वी ने कहा कि, ''कई बार हम लोगों ने फोटो भी दिखाने का काम किया है. बालिका गृह कांड वाले कौन थे? किसके साथ बैठकर मौज मस्ती करते थे, क्या होता था? कितने अपराधी सीएम हाउस में बैठे हैं. उनकी तस्वीर हमने जारी की है. यह सब बेकार की बातें हैं. उनको बोलने के लिए बचा क्या है? लेकिन वर्तमान स्थिति भयावक हो चुकी है.''
आरजेडी का ग्राफ लगातार गिर रहा
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि, ''जिन शब्दों का इस्तेमाल राजद के नेता कर रहे हैं, इन शब्दों के इस्तेमाल से बिहार की जनता शर्मसार हो रही होगी, लेकिन वे समझने की कोशिश नहीं करते. ग्राफ लगातार गिर रहा है. आने वाले 2025 के विधानसभा चुनाव में इतना ग्राफ गिर जाएगा, उनकी गिनती 10 के नीचे होने वाली है. हताश और निराश होकर वे इन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. मैं समझता हूं कोई भी सामाजिक राजनीतिक जीवन में जो व्यक्ति काम करते हैं, ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. यह सुझाव के तौर पर बता रहा हूं.''
आरजेडी की बैठक को लेकर श्रवण कुमार ने कहा कि, ''हर पॉलिटिकल पार्टी बैठक बुला रही है. हम समझते हैं उनको बैठक से कोई लाभ नहीं होगा. बिहार की जनता को कोई लाभ होने वाला नहीं है. जब सदन चलता है तो सदन में जाने के लिए उनको फुर्सत नहीं है. कोई सवाल उठाने के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है. जनता के सवालों को उठा नहीं रहे हैं और बाहर रहकर मीडिया और प्रेस के सामने अनेक तरह की बात करते हैं. तो जनता जानती है कि इनको कुर्सी चाहिए और 2025 के लिए यह पूरा इधर-उधर की बातें और बैठक कर रहे हैं. बिहार की जनता को मालूम है. हम लोगों ने जो 19 साल में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में काम किया है, बिहार की जनता खुश है, प्रभावित है. और जो बचा हुआ काम है, भारत सरकार के द्वारा जो अलग से धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है उससे बिहार का बचा हुआ काम होगा.''
अपराधों में 70% विपक्ष के नेता
तेजस्वी यादव द्वारा उठाए गए सवाल पर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, ''बिहार में जितने अपराध हो रहे हैं 70% विपक्ष के नेता लोग हैं. तेजस्वी अपने लोगों को संदेश दें, अपराध नहीं करने का, तो अपराध 70% कम होगा. तेजस्वी को नैतिक अधिकार नहीं है सवाल उठाने का. सत्ता से बेदखल हो चुके हैं खिसयाई बिल्ली खंबा नोंचे.''
उन्होंने कहा कि, ''तेजस्वी के लोग कैसे अपराध से जुड़े हैं, इसका उदाहरण है मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची के साथ रेप की घटना. दो दिनों तक घटना के बारे में खूब चिल्लाया, बंगाल से बड़ी घटना हुई. दो दिन बाद राजद के नेता का नाम सामने आने के बाद सब लोग चुप हो जाते हैं.'' इसका जवाब तेजस्वी प्रसाद यादव क्या देंगे? उन्होंने कहा कि, ''तेजस्वी जो सबूत मांग रहे हैं, लालू यादव के समय में मुख्यमंत्री आवास पर अपराधियों का, उसका सही समय पर जवाब दिया जाएगा.''
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