बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की मुलाकात से एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि क्या बिहार में फिर किसी नए प्रयोग के लिए पटकथा लिखी जा रही है.
दरअसल, यह सूचना आयुक्त की नियुक्ति होनी है, जिसमें विपक्ष के नेता की भी सहमति ली जाती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव जब बाहर निकले तो उन्होंने खुद ही स्थिति सामने रख दी. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि कुछ नियुक्तियां होनी है, जिस पर चर्चा हुई है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इसकी विधिवत जानकारी देगी.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार से हुई मुलाकात पर बोले तेजस्वी यादव, कहा- "मैंने उनसे अनुसूची 9 के बारे में बात की है...उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है".#TejashwiYadav | #NitishKumar | #Bihar pic.twitter.com/0QtoSnyGeV
— NDTV India (@ndtvindia) September 4, 2024
ऐसा कहा जा रहा है कि राज्यव में मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई होगी. यह चर्चा इसलिए भी आम है कि 2022 में भी तेजस्वी और नीतीश कुमार की एख ऐसी ही मुलाकात के बाद सियासी खेल हुआ था. नीतीश कुमार पाला बदलकर महागठबंधन में शामिल हो गए थे.
बिहार में बढ़े आरक्षण की सीमा को नौवीं अनुसूची में शामिल कराने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सीएम से बात हुई है. मामला कोर्ट में है. हमने भी कहा कि हम भी कोर्ट पहुंच गए हैं. आप अपनी बात को कोर्ट में रखिए, हम भी अच्छे से अपनी बात रखेंगे. उल्लेखनीय है कि जातीय जनगणना और आरक्षण को लेकर बिहार की राजनीति गर्म है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इसे लेकर जमकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है.
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