बिहार के भागलपुर मेडिकल कॉलेज में इन दिनों कोरोनावायरस की जांच नहीं हो रही है, ये जांच सीबी नेट मशीन से होनी थी लेकिन 10 तारीख से यह जांच इसलिए ठप्प पड़ी है क्योंकि इस मशीन का कार्टिलेज उपलब्ध नहीं है. बिहार में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, एक तरफ राज्य सरकार कोरोना जांच के लिए जिला अस्पतालों को तेजी लाने के आदेश दे रही है दूसरी तरफ संसाधनों की कमी से जूझ रही है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने दो दिनों पहले दावा किया था कि कार्टिलेज जिला अस्पतालों तक पहुंच जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने बताया कि जिस कार्टिलेज का इस्तेमाल सीबी नेट मशीन में होता है उसकी सप्लाई अमेरिका की एक कंपनी द्वारा होती है. कोरोना के प्रकोप के चलते यह कंपनी ऑर्डर की सप्लाई में देरी कर रही है. भागलपुर में जांच नहीं हो पाने का असर कई जिलों पर भी दिखाई दे रहा है. चूंकि भागलपुर, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे की जन्म भूमि है. ऐसे में भागलपुर में संसाधनों की कमी सवालों के घेरे में आ रही है. बता दें कि भागलपुर में जांच रुकने तक क़रीब 350 टेस्ट हुए थे जिसमें 14 लोग पॉज़िटिव पाये गए थे.
बता दें कि बिहार में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 19 नए मामले आने के साथ प्रदेश में कोविड-19 के मामले बढ़ कर 1,018 हो गये है. एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि एक 26 वर्षीय युवती के संक्रमित होने की पुष्टि के साथ ही पटना जिले में संक्रमण का 100वां मामला सामने आया. गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अबतक कुल सात मरीजों (पटना में दो तथा मुंगेर, रोहतास, पूर्वी चंपारण, वैशाली एवं सीतामढ़ी जिले में एक—एक मरीज) की मौत हो चुकी है.
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