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राघोपुर सीट से अब लालू राबड़ी के परिवार की दूसरी पीढ़ी की हैट्रिक की तैयारी...

राघोपुर सीट पर करीब 30 प्रतिशत यादव मतदाता हैं जो लालू परिवार के समर्थक हैं. इसके अलावा यहां राजपूत, भूमिहार और पासवान मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है.

  • राघोपुर विधानसभा क्षेत्र बिहार के वैशाली जिले में स्थित है और यह हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
  • तेजस्वी यादव वर्तमान विधायक हैं जिन्होंने 2015 में जदयू के सतीश कुमार यादव को हराकर सीट जीती थी.
  • इस क्षेत्र में लालू परिवार का राजनीतिक दबदबा है जिसमें लालू प्रसाद और राबड़ी देवी दोनों सीएम रह चुके हैं.
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वैशाली:

राघोपुर बिहार के वैशाली जिले में स्थित विधानसभा क्षेत्र है. यह हाजीपुर लोकसभा में आता है. यह क्षेत्र लालू परिवार का गढ़ माना जाता है. वर्तमान में तेजस्वी यादव यहां के विधायक हैं. साल  2015 में उन्होंने जदयू के सतीष कुमार यादव से यह सीट छीनी था. लालू प्रसाद यादव ने इस सीट पर दो बार जीत दर्ज की. उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने तीन बार जीत दर्ज की और वे दोनों इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हुए मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. साल 2010 में राबड़ी देवी को जदयू के सतीष यादव ने हराया था. उस समय नीतीश के सुशाशन में बिहार में जेडीयू 209 सीट लाई थी और जंगल राज का खात्मा हुआ था फिर 2015 में तेजस्वी यादव ने इसका बदला ले लिया और अपनी परंपरागत सीट अपने कब्जें में कर ली. 

अब तक नहीं खुला बीजेपी का खाता 

राघोपुर सीट साल 1951 में अस्तित्‍व में आई थी. तब कांग्रेस के हरिवंश नारायण सिंह यहां से पहले विधायक चुने गए थे. राघोपुर विधानसभा सीट पर अब तक कुल 20 चुनाव हो चुके हैं जिनमें साल 2000 में हुआ उप-चुनाव भी शामिल है. सीट पर पांच-पांच बार कांग्रेस और राजद, दो-दो बार जनता दल और संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और एक-एक बार जदयू, लोकदल, जनता पार्टी (सेक्युलर), जनता पार्टी, जनसंघ, और सोशलिस्ट पार्टी को जीत मिली है. बीजेपी का इस सीट पर अब तक खाता नहीं खुल सका है. 

कौन हैं राघोपुर के मतदाता 

राघोपुर सीट पर करीब 30 प्रतिशत यादव मतदाता हैं जो लालू परिवार के समर्थक हैं. इसके अलावा यहां राजपूत, भूमिहार और पासवान मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है. साल 2020 के चुनाव में राघोपुर सीट से आरजेडी के तेजस्वी प्रसाद यादव ने जीत दर्ज की थी. तब उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार सतीश कुमार को 38174 वोटों (लगभग 19.50 फीसदी के अंतर) से हराया था. 

कभी गांजे की खेती के लिए था मशहूर 

अगर बतौर क्षेत्र राघोपुर की बात करें तो यह क्षेत्र दो नदियों घिरा हुआ है. किसी जमाने में यहां ये पटना या हाजीपुर मुख्यालय तक सफर करना और मुश्किल होता था. तब यह क्षेत्र उस समय प्रतिबंधित गांजा की खेती के लिए मशहूर था. कहते हैं कि यहां से देश के कई राज्यों मे गांजा की स्‍मगलिंग तक की जाती थी.

हमेशा से इस क्षेत्र में यादव और राजपूत की वर्चस्व की लड़ाई होती रही है और आए दिन हत्या की खबरें आती रहती थीं. हाल की बड़ी घटनाओं की अगर बात करें तो राजपूत नेता ब्रज नाथी सिंह की एके 47 से हत्या कर दी गई थी. लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं और अब एक नए सिक्‍स लेन पुल ने आवागमन को आसान बना दिया है. वहीं नीतीश कुमार की सरकार ने राघोपुर में काफी सुधार किया है और लोगों के पलायन में भी कमी आई है. 

एक बार फिर सतीश कुमार पर भरोसा 

बुधवार को बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 18 उम्मीदवारों की अपनी तीसरी और आखिरी लिस्ट जारी की. इससे कुछ घंटे पहले ही उसने दूसरी लिस्ट में 12 उम्मीदवारों के नाम बताए थे. पार्टी ने राघोपुर से एक बार फिर सतीश कुमार यादव पर दांव खेला है. एक बार फिर सतीश कुमार पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. इस लिस्‍ट के साथ ही के साथ ही पार्टी ने एनडीए सीट-शेयरिंग समझौते के तहत मिली सभी 101 सीटों पर अपने विधानसभा चुनाव के दांव की घोषणा कर दी है. इसमें नीतीश कुमार की जेडीयू को भी इतनी ही सीटें मिली हैं. 
 

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