नीतीश कुमार की जीत के पीछे कई कारण हैं जिनमें से एक है प्रशांत किशोर - यह वही शख्स हैं जिन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार का काम संभाला था। 37 साल के किशोर ने नीतीश कुमार के लिए भी चुनावी रणनीति तैयार की है जिसकी शुरुआत उन्होंने मई के महीने से ही कर दी थी।
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उस वक्त एनडीटीवी से बातचीत में बक्सर के किशोर ने कहा था नीतीश कुमार सबसे विश्वसनीय राजनेताओं में से एक हैं और बिहार जैसे चुनौतीपूर्ण राज्य में शासन प्रणाली और कानून व्यवस्था बनाए रखने का श्रेय भी उनको जाता है। प्रशांत किशोर ने 2011 में संयुक्त राष्ट्र में लगी अपनी जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ की नौकरी से विदा लेकर अफ्रीका से लौटे और 2012 के गुजरात चुनाव में नरेंद्र मोदी को मज़बूत शासन प्रणाली का प्रतीक दिखाने के काम में लग गए।
यही नहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में भी किशोर ने पीएम मोदी के प्रचार प्रसार का काम संभाला जिनमें से 'चाय पे चर्चा' ने काफी लोकप्रियता हासिल की थी। इनकी टीम में कई पेशेवर लोग शामिल हैं जिसमें एमबीए और आईआईची ग्रेजुएट भी हैं। बताया जाता है कि राष्ट्रीय चुनाव के बाद किशोर ने आगे की संभावनाओं की तलाश में एक साल का लंबा ब्रेक लिया था। वैसे किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टीम के साथ अमेठी में भी काम किया है।
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