समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव...
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव द्वारा सपा-कांग्रेस गठबंधन का खुला विरोध किये जाने से पैदा सूरतेहाल के बीच लोकदल इसमें अपने लिए सम्भावनाएं देख रहा है और उसे उम्मीद है कि मुलायम राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में उसके प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे.
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने बताया ‘‘हमें उम्मीद है कि नेताजी (मुलायम) हमारे प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे. वह हमारी पार्टी के साथ हैं. वह सच्चे समाजवादी हैं और हम अपने प्रचार अभियान के बैनर, पोस्टर में उनकी फोटो का इस्तेमाल कर रहे हैं.’’ इटावा की जसवन्तनगर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव द्वारा चुनाव परिणाम आने के बाद अपनी नई पार्टी बनाये जाने के ऐलान के बारे में पूछे जाने पर लोकदल अध्यक्ष ने कहा ‘‘मुझे उम्मीद है कि हम साथ-साथ रहेंगे.’’
सुनील सिंह की उम्मीदों को इस बात से भी बल मिला है, कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर नाराजगी जाहिर करते हुए उसके प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करने का फैसला किया था. साथ ही अपने कार्यकर्ताओं से कांग्रेस को हराने का आहवान भी किया था.
मालूम हो कि सपा में सत्तासंघर्ष के तहत उसके चुनाव निशान ‘साइकिल’ को लेकर चुनाव आयोग में सुनवाई के दौरान यह चिह्न फ्रीज होने की आशंकाओं के बीच लोकदल ने मुलायम के सामने अपने चुनाव निशान पर प्रत्याशी खड़े करने की पेशकश की थी. ‘खेत जोतता किसान’ लोकदल का चुनाव निशान है, और चौधरी चरण सिंह इस पर चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने थे. यह पार्टी इस बार भी विधानसभा चुनाव लड़ रही है और उसने अपने 100 प्रत्याशियों का चयन कर लिया है.
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने बताया ‘‘हमें उम्मीद है कि नेताजी (मुलायम) हमारे प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे. वह हमारी पार्टी के साथ हैं. वह सच्चे समाजवादी हैं और हम अपने प्रचार अभियान के बैनर, पोस्टर में उनकी फोटो का इस्तेमाल कर रहे हैं.’’ इटावा की जसवन्तनगर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव द्वारा चुनाव परिणाम आने के बाद अपनी नई पार्टी बनाये जाने के ऐलान के बारे में पूछे जाने पर लोकदल अध्यक्ष ने कहा ‘‘मुझे उम्मीद है कि हम साथ-साथ रहेंगे.’’
सुनील सिंह की उम्मीदों को इस बात से भी बल मिला है, कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर नाराजगी जाहिर करते हुए उसके प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करने का फैसला किया था. साथ ही अपने कार्यकर्ताओं से कांग्रेस को हराने का आहवान भी किया था.
मालूम हो कि सपा में सत्तासंघर्ष के तहत उसके चुनाव निशान ‘साइकिल’ को लेकर चुनाव आयोग में सुनवाई के दौरान यह चिह्न फ्रीज होने की आशंकाओं के बीच लोकदल ने मुलायम के सामने अपने चुनाव निशान पर प्रत्याशी खड़े करने की पेशकश की थी. ‘खेत जोतता किसान’ लोकदल का चुनाव निशान है, और चौधरी चरण सिंह इस पर चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने थे. यह पार्टी इस बार भी विधानसभा चुनाव लड़ रही है और उसने अपने 100 प्रत्याशियों का चयन कर लिया है.
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