
इंग्लैंड के स्कूल ने छात्रों को सुसाइड नोट लिखने को कहा तो भड़के परिजन. तस्वीर: प्रतीकात्मक
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इंग्लैंड के स्कूल में पढ़ाया जा रहा था दुखांत नाटक 'मैकबेथ'
टीचर ने छात्रों को होमवर्क के रूप में सुसाइड नोट लिखने को कहा
माता-पिता के हंगामे के बाद स्कूल ने मांगी माफी
मालूम हो कि 'मैकबेथ' शेक्सपियर के दुखान्त नाटकों में अत्यन्त लोकप्रिय है. इनके रचनाकाल के संबंध में मतभेद है. हालांकि माना जाता है कि शेक्सपियर ने 1605-06 में मैकबेथ की रचना की थी. वस्तुतः यह युग शेक्सपियर जैसे महान मेधावी नाटककार के लिए अपनी दुःखान्त कृतियों के अनुकूल भी था.
शेक्सपियर ने जिस प्रकार अपने अन्य नाटकों के कथानकों के लिए दूसरी पूर्ववर्ती कृतियों से प्रेरणा ली है उसी प्रकार मूल रूप में 'मैकबेथ' का कथानक भी उसका अपना नहीं है. यह एक दुःखान्त नाटक है एवं इसके कथानक का आधार विश्वविश्रुत अंग्रेजी लेखक राफेल होलिन्शेड की स्कॉटलैण्ड-संबंधी एक ऐतिहासिक कृति है. 'मैकबेथ' में जिन घटनाओं का वर्णन है उन्हें पूर्णतया ऐतिहासिक अथवा काल्पनिक मान लेना भी युक्तियुक्त न होगा.
इनपुट: भाषा
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