PICS: पश्चिम बंगाल से इंग्लैंड का सफर, फुटबॉल ने कुछ यूं बदली इनकी दुनिया

PICS: पश्चिम बंगाल से इंग्लैंड का सफर, फुटबॉल ने कुछ यूं बदली इनकी दुनिया

सोनू राजभर और शारिक मोहम्मद

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के दो बच्चों की कहानी किसी सपने के सच होने जैसी है। फ़ुटबॉल से गहरे प्यार ने इन्हें मैन्चेस्टर युनाइटेड का मैस्कॉट बना दिया और इन्होंने वो देखा जिसकी लाखों फ़ैन्स सिर्फ़ कल्पना ही कर सकते हैं। 14 साल के सोनू राजभर का सपना है अमेरिका जाकर स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी देखना।

वहीं, 13 साल के शारिक मोहम्मद डब्ल्यूडब्ल्यूई के फैन हैं, लेकिन भारत के कोलकाता में रहने वाले इन दोनों में एक चीज समान है और वो है फुटबॉल से प्यार। दोनों समाज के उस तबके से हैं जहां सुविधाएं ना के बराबर है, लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूह इनकी आंखों में सपने आसमान छूने के हैं।
इन दोनों का एक सपना तो सच हो ही गया है। इंग्लैंड के मशहूर क्लब टीम मैनचेस्टर युनाइटेड के एक मैच के दौरान इन बच्चों को मैदान पर जाने और टीम के खिलाड़ियों से मिलने का मौक़ा मिला। साथ ही इन्होंने मैच का भी भरपूर लुत्फ़ उठाया। दरअसल,  अपने 'ब्यूटीफुल पॉसिबिलिटीज' अभियान के ज़रिए शेवरले ने इन दोनों बच्चों को मैनचेस्टर युनाइटेड और लिवरपुल के मैच के दौरान मैस्कॉट (mascots) के रूप में आमंत्रित किया।

दुनिया के मशहूर मैदानों में से एक ओल्ड ट्राफ्फोर्ड में ये दोनों मेनचेस्टर यूनाइटेड टीम का हिस्सा बने। टीम के हर खिलाड़ी ने वहां मौजूद बच्चों के नाम की जर्सी पहने थे और बच्चे खिलाड़ियों के नाम वाली जर्सी में थे।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

मैच शुरू होने से पहले इन बच्चों को मैदान पर उतारा गया और हज़ारों की संख्या में मौजूद दर्शकों के बीच कुछ पल के लिए फुटबॉल खेलने का मौका भी मिला। देश आकर ये दोनों बच्चे हर किसी से अपने सपने के सच होने की कहानी बता रहे हैं। फुटबॉल से अपनी जिंदगी बदलने देखने वाले इन बच्चों के जीवन का ये कभी न भूल पाने वाल लम्हा था।