66 वर्षीय मरीज केएल दास जिनके गुर्दे से निकाला गया ट्यूमर
नई दिल्ली:
भारत के डॉक्टरों ने गुर्दे के कैंसर से पीड़ित एक मरीज के शरीर से 5.018 किलोग्राम वजन के गुर्दे का ट्यूमर निकाला है। उनका दावा है कि दुनिया में ऐसा पहली बार हुआ है।
एम्स में सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के डॉक्टर एमडी रे ने बताया, 'मरीज का दाहिना गुर्दा अपने सामान्य आकार से 35 गुना बड़ा हो गया था। मेडिकल साहित्य के मुताबिक, यह दुनिया का सबसे बड़ा गुर्दे का ट्यूमर था। पिछला रिकॉर्ड 2.5 किलोग्राम वजनी ट्यूमर का था, जिसे सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने निकाला था।'
दरभंगा निवासी 66 वर्षीय मरीज केएल दास पिछले 25 साल से दिल्ली में रह रहे हैं। शरीर के दाहिने भाग में लगातार बढ़ रहे वजन की परेशानी को लेकर वह हाल ही में एम्स पहुंचे थे।
डॉक्टर रे ने कहा, 'पिछले दो-तीन महीने से वजन लगातार बढ़ रहा था और कैंसर फेंफड़ों तक फैल गया था। यह शरीर के अन्य भागों में न फैले, इसलिए ऑपरेशन करना ही एकमात्र उपाय था।'
उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन करीब साढ़े पांच घंटे तक चला और इसके लिए करीब 25 सेंटीमीटर लंबा चीरा लगाना पड़ा।
एम्स में सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के डॉक्टर एमडी रे ने बताया, 'मरीज का दाहिना गुर्दा अपने सामान्य आकार से 35 गुना बड़ा हो गया था। मेडिकल साहित्य के मुताबिक, यह दुनिया का सबसे बड़ा गुर्दे का ट्यूमर था। पिछला रिकॉर्ड 2.5 किलोग्राम वजनी ट्यूमर का था, जिसे सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने निकाला था।'
दरभंगा निवासी 66 वर्षीय मरीज केएल दास पिछले 25 साल से दिल्ली में रह रहे हैं। शरीर के दाहिने भाग में लगातार बढ़ रहे वजन की परेशानी को लेकर वह हाल ही में एम्स पहुंचे थे।
डॉक्टर रे ने कहा, 'पिछले दो-तीन महीने से वजन लगातार बढ़ रहा था और कैंसर फेंफड़ों तक फैल गया था। यह शरीर के अन्य भागों में न फैले, इसलिए ऑपरेशन करना ही एकमात्र उपाय था।'
उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन करीब साढ़े पांच घंटे तक चला और इसके लिए करीब 25 सेंटीमीटर लंबा चीरा लगाना पड़ा।
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