New Delhi:
कंपनियों के संचालन में गड़बड़ियों के ले कर बढ़ती चिंता के बीच गड़बड़ी का भांडाफोड़ करने वालों के लिए एक वेबसाइट शुरू की गई है। इस वेबसाइट ने कंपनियों को उनके संचालन में हो रही गड़बड़ियों की गुप्त सूचना देने की पेशकश की पर साथ यही यह भी कहा है कि ऐसी सूचनाएं मुहैया कराने वाले :विसल ब्लोअर: की पहचान गुप्त रखी जाएगी। एडलविस, भारती समूह और पुंज लायड जैसी कंपनियों ने कारपोरेट विसल ब्लोअर पहल :सीडब्ल्यूआई: में रूचि दिखायी है। वित्तीय सेवा इकाई एडिलविस समूह के मुख्य परिचालन अधिकारी :सीओओ: हिमांशु काजी ने कहा कि सीडब्ल्यूआई एक तरफ जहां हमारी प्रतिष्ठा की रक्षा करेगा वहीं दूसरी ओर कंपनी निदेशन के कामकाज को ज्यादा पारदर्शी बनाएगा। काजी ने कहा, सीडब्ल्यूआई स्वतंत्र पोर्टल है और यह गड़बड़ी की सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखता है। ऐसे में कर्मचारी विशेषकर निचले स्तर के कर्मचारी बेखौफ होकर अपनी बात कह सकेंगे। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर अबतक कोई शिकायत नहीं आयी है। सीडब्ल्यूआई के संस्थापक अमित पॉल ने कहा कि पोर्टल :डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू. सीडब्ल्यूआईपोर्टल.काम: ऐसी प्रणाली है जहां गड़बड़ी की शिकायत करने वालों का नाम गुप्त रखा जाता है। यह संबंधित कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी उपलब्ध कराएगा। पॉल ने कहा कि हमारे सदस्यों में एडलविस, भारतीय समूह और पुंज लायड शामिल हैं। सीडब्ल्यूआई के सलाहकार बोर्ड में बाजार नियामक सेबी के पूर्व प्रमुख एम दामोदरन और उद्योग मंचों से जुड़े तरूण दास शामिल हैं।
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