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This Article is From May 12, 2017

MP Board 12th के टॉपर संयम जैन की कहानी पढ़कर हो जाएंगे भावुक...

एमपी बोर्ड 12वीं के टॉपर संयम जैन के के पिता अनिल जैन दो महीने पहले तक टीकमगढ़ के एक कपड़े की दुकान में छह हजार रुपए महीने की पगार पर नौकरी करते थे. अब वे विदिशा में एक छोटी सी दुकान चलाते हैं.

MP Board 12th के टॉपर संयम जैन की कहानी पढ़कर हो जाएंगे भावुक...
विदिशा के संयम जैन ने एमपी बोर्ड के 12वीं की परीक्षा में टॉप किया है. संयम के पिता अनिल जैन इस सफलता पर भावुक हो गए.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board result 2017) के 12वीं के नतीजे में संयम जैन ने पूरे राज्य में टॉप किया है. टीकमगढ़ के रहने वाले संयम जैन के पिता छोटी सी दुकान से पूरे परिवार का खर्च चलाते हैं. संयम के रिजल्ट से एक बार फिर से साबित हो गया है कि मन में लगन हो तो सफलता हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता है. बेटे की इस सफलता पर पिता अनिल जैन खुशी के मारे फूले नहीं समा रहे हैं. वहीं मां सीमा के आंखों से तो खुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. आर्थिक मुश्किलों के बीच बेटे इस सफलता ने मां-पिता को समाज में सीना चौड़ा करने का मौका दिया है. पिता के सामने जब मीडियाकर्मियों ने माइक लगाई तो वे भावुक हो गए, उनका गला भर आया और चाहकर भी अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पा रहे थे. बारहवीं गणित में विदिशा के संयम जैन 500 में से 485 अंक लाकर टॉप पर रहे, जबकि सीधी की अनुष्का जौहरी को 500 में 472 अंक लाकर दूसरे नंबर पर रहीं.

बेटे की पढ़ाई की खातिर मां ने नौकरी करने की ठानी

संयम के पिता अनिल जैन दो महीने पहले तक टीकमगढ़ के एक कपड़े की दुकान में छह हजार रुपए महीने की पगार पर नौकरी करते थे. इस वजह से संयम की पढ़ाई का खर्च उठाने में उन्हें मुश्किल हो रही थी. बेटे को पढ़ाई में मुश्किल न हो इसलिए मां सीमा ने एक निजी स्कूल में पढ़ाना शुरू किया था. मां अपनी कमाई का पूरा हिस्सा बेटे की पढ़ाई पर खर्च करती थीं.

दो महीने पहले अनिल जैन परिवार के साथ विदिशा आ गए और यहीं एक छोटी सी दुकान खोली है. मां सीमा ने बताया कि उन्हें बेटे टॉप टेन में आने की उम्मीद तो थी, लेकिन उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा था कि उनका संयम राज्य भर में टॉप करेगा. उन्होंने बताया कि सयंम पढ़ाई के साथ खेल-कूद में भी काफी अच्छा है. संयम इंजीनियरिंग की डिग्री लेना चाहता है. उसके बाद वह आईएएस बनने के लिए तैयारी करेगा. 

बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को संयम ने संदेश दिया कि वे 8-10 घंटे ही पढ़ें, लेकिन पूरी एकाग्रता के साथ. उन्होंने कहा कि वे भी कभी 8 घंटे से ज्यादा नहीं पढ़ाई करते थे. संयम का मानना है खेल-कूद करने से दिमाग स्वस्थ्य रहता है, जिससे पढ़ाई भी अच्छे से होती है.

मालूम हो कि मध्‍यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं का रिजल्‍ट रिजल्ट सीएम शिवराज सिंह के सरकारी आवास पर घोषित किए गए. स्‍टूडेंट्स अपना रिजल्‍ट बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं. इस सिलसिले में मुख्यमंत्री आवास पर एक समारोह भी आयोजित हुआ, जिसमें मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया. खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें पदक प्रदान कर सम्मानित किया. हायर सेकेंडरी की मेधा सूची में छोटे शहरों के बच्चों ने बड़ी बाजी मारी है. मुख्यमंत्री आवास पर शुक्रवार की सुबह प्रदेशभर से मेधावी छात्र पहुंचे. इन छात्रों पर मुख्यमंत्री शिवराज ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने विभिन्न संकायों की मेधा सूची में आए छात्रों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया.

बता दें कि मध्‍यप्रदेश में 12वीं क्‍लास की परीक्षाएं 3 मार्च 2017 से शुरू होकर 31 मार्च तक आयोजित की गई थीं. वर्ष 2016 में हायर सेकेंडरी यानि 12वीं की परीक्षा में 7 लाख 66 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इस वर्ष लगभग 7 लाख 12 हजार छात्र हायर सेकेंडरी की परीक्षा में सम्मलित हुए.
 

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