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कौवे इंसानों के लिए क्यों छोड़ते हैं 'गिफ्ट'? क्या हैं ये संकेत, वैज्ञानिक स्टडी में खुला दिलचस्प राज

कभी सोचा है, वो चमकती छोटी-छोटी चीजें..जो कौवे आपके पास छोड़ जाते हैं, उनका असली मतलब क्या हो सकता है? क्या ये सिर्फ शौक है या फिर इसमें उनकी दिमागी चाल का कोई गहरा राज छिपा है? इंसानी चेहरे पहचानने से लेकर सालों तक याद रखने तक, कौवों की यह रहस्यमयी दुनिया आपको सोचने पर मजबूर कर देगी.

कौवे इंसानों के लिए क्यों छोड़ते हैं 'गिफ्ट'? क्या हैं ये संकेत, वैज्ञानिक स्टडी में खुला दिलचस्प राज
चमकीली चीजों के पीछे छिपा कौवों का दिमागी खेल

Why Crows Leave Gifts For Humans : कभी आपने देखा है कि कौवे कुछ चमकीली चीजें लेकर आपके पास आते हैं, जैसे बटन, कंकड़ या बोतल की कैप? क्या ये केवल अजीब शौक हैं या इसके पीछे कोई गहरा मतलब छिपा है? दुनिया भर से ऐसे कई किस्से देखने-सुनने को मिलते रहे हैं, लेकिन वैज्ञानिकों की नजर में ये 'तोहफे' कौवों की सूझ-बूझ और उनके दिमाग की गहराई का प्रमाण हैं. आइए, इस रहस्यमयी पक्षी की अनोखी दुनिया में उतरते हैं.

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कौवों का तोहफा (Crows Extraordinary Intelligence)

कौवे धरती के सबसे समझदार पक्षियों में गिने जाते हैं. वैज्ञानिकों की रिसर्च बताती है कि कौवे इंसानी चेहरों को पहचान सकते हैं और उन्हें सालों तक याद भी रख पाते हैं. अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक स्टडी में यह साबित हुआ है कि अगर किसी इंसान ने कौवे को खतरा दिया, तो कौवा उसे सालों बाद भी पहचानकर चेतावनी देता है. ये पक्षी केवल याददाश्त में ही तेज नहीं, बल्कि अपने अनुभवों से सीखकर व्यवहार में भी बदलाव ला लेते हैं.

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'गिफ्ट' क्यों देते हैं कौवे? (Why Do Crows Give 'Gifts'?)

कई लोग बताते हैं कि कौवे उनके पास चमकीली वस्तुएं छोड़ जाते हैं, जिन्हें वे 'तोहफा' मानते हैं, लेकिन वैज्ञानिक इसे कौवों की जिज्ञासा और सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा कहते हैं. कौवे स्वाभाविक रूप से छोटी, हल्की और चमकीली चीजों की ओर आकर्षित होते हैं. जब वे फीडिंग स्पॉट के पास चमकीली चीजें छोड़ते हैं, तो यह उनके दिमाग में एक पैटर्न बनता है कि अगर वे कुछ छोड़ेंगे तो उन्हें खाना मिलेगा. यह कारण-परिणाम वाला व्यवहार उन्हें बार-बार इसी तरह की क्रिया करने पर मजबूर करता है.

तेज सीखने वाले कौवे (crow smart bird behavior)

रिसर्च बताती है कि कौवे ट्रायल-एंड-एरर की मदद से बहुत जल्दी सीख जाते हैं. यदि किसी व्यवहार से उन्हें फायदा मिलता है, तो वे उसे याद रखकर दोहराते हैं. यही वजह है कि कुछ लोगों को नियमित रूप से कौवों के छोटे-छोटे 'तोहफे' मिलते रहते हैं. यह सिर्फ एक कौवे तक सीमित नहीं रहता, बल्कि पूरे झुंड में फैल जाता है, जिसे वैज्ञानिक 'सोशल लर्निंग' कहते हैं.

कौवों के 'शुक्रिया' के मायने (crow memory research)

वैज्ञानिक स्पष्ट करते हैं कि कौवों के इस व्यवहार को इंसानों की तरह 'शुक्रिया' कहना सही नहीं होगा, लेकिन इतना जरूर है कि वे दयालुता और भरोसे को समझते हैं और उसके जवाब में अलग तरह का व्यवहार दिखाते हैं. इस तरह, ये रहस्यमयी 'गिफ्ट' हमें कौवों की दिमागी क्षमता और उनकी सामाजिक समझ के बारे में गहरा संदेश देते हैं.

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चमकीली चीजें कौवों को क्यों आकर्षित करती हैं (crows recognize human faces)

कौवों के इस अनोखे व्यवहार की खोज हमारे पक्षियों और प्रकृति के साथ जुड़ाव को नया आयाम देती है. यह दिखाती है कि जीव-जंतुओं में भी जटिल सोच और भावनाओं का अस्तित्व होता है. कौवों की यह रहस्यमयी दुनिया हमारी सोच से परे है. उनके 'गिफ्ट' केवल चमकीली चीजें नहीं, बल्कि उनके तेज दिमाग और सीखने की अद्भुत क्षमता की झलक हैं. अगली बार जब कोई कौवा आपके पास कोई छोटा-सा 'तोहफा' लेकर आए, तो इसे एक रहस्यमयी संकेत समझिए...प्रकृति के सबसे समझदार पक्षी आपकी दोस्ती का जवाब दे रहे हैं.

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