इटली (Italy) के एक अस्पताल के कर्मचारी पर 15 साल से काम न करने का आरोप लगाया गया है. द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, उस आदमी ने कथित तौर पर 2005 में काम करना बंद कर दिया था, लेकिन फिर भी से सैलरी मिलती रही. पुलिस का कहना है कि सल्वाटोर स्कुमेस (Salvatore Scumace) को इन 15 वर्षों के दौरान 5,38,000 यूरो यानी 4 करोड़ 86 लाख सैलरी का भुगतान किया गया था, इसके बावजूद कि उन्होंने कैटनज़ारो शहर (Catanzaro) के पुगलीस सियासीओ अस्पताल (Pugliese Ciaccio hospital) में काम करना छोड़ दिया था.
इटली की समाचार एजेंसी ANSA की रिपोर्ट के अनुसार, स्कुमेस पर अब धोखाधड़ी, जबरन वसूली और कार्यालय के दुरुपयोग की जांच चल रही है. उसकी अनुपस्थिति को सक्षम करने और उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए अस्पताल में छह प्रबंधकों को भी जांच के दायरे में रखा गया है.
मामले का विवरण धोखाधड़ी और अनुपस्थिति की लंबी पुलिस जांच के बाद सामने आया, जो इटली में सार्वजनिक क्षेत्र में व्याप्त है. जांच में, पार्ट टाइम का कोडनेम, पुलिस ने अस्पताल के अन्य कर्मचारियों से गवाह के बयान एकत्र किए और उपस्थिति और वेतन रिकॉर्ड को देखा.
साल 2005 में, इस शख्स ने कथित तौर पर अपने अस्पताल के निदेशक को धमकी दी कि वह उसके खिलाफ एक अनुशासनात्मक रिपोर्ट दर्ज करने से रोक दें. निर्देशक के सेवानिवृत्त होने के बाद, शख्स की अनुपस्थिति जारी रही क्योंकि न तो मानव संसाधन और न ही निर्देशक के उत्तराधिकारियों ने देखा कि वह काम नहीं कर रहा है. शख्स ने अपना वेतन लेना जारी रखा.
2016 में, तत्कालीन प्रधान मंत्री माटेओ रेन्ज़ी (Prime Minister Matteo Renzi) ने कई स्टिंग और जाँच के बाद खुलासा किया था कि इतालवी सार्वजनिक क्षेत्र में किस तरह से लोगों की गैर-मौजूदगी रही थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं