कर्नाटक (Karnataka) के मैसूर जिले में हाथियों के झुंड (herd of elephants) को ग्रामीणों द्वारा भगाए जाने के बाद वो सभी हाथी एक नहर में फंस गए, जिसके बाद सभी हाथी नहर से बाहर निकलने के लिए काफी देर तक परेशान होते रहे. यह घटना सोमवार की है. नहर से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हाथियों का यही वीडियो अब सोशल मीडिया पर लोगों के बीच चर्चा का गंभीर विषय बन गया है. सोशल मीडिया साइटों पर शेयर किए जा रहे इस वीडियो में, मानव निर्मित नहर से बाहर निकलने का रास्ता खोजने की कोशिश करते हुए पांच हाथी कई बार फिसलते हुए दिखाई दे रहे हैं.
आईएफएस अधिकारी सुशांत नंदा ने संघर्षरत हाथियों के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, “हाथी गलियारों में रैखिक बुनियादी ढांचा अपनी सीमा का परीक्षण कर रहा है. हम भाग्यशाली हैं कि बाद में वन विभाग द्वारा इन्हें बचा लिया गया."
देखें Video:
Linear infrastructure in elephant corridors are testing their limits…
— Susanta Nanda IFS (@susantananda3) January 10, 2022
These we're lucky to have been rescued later by Forest Department. pic.twitter.com/pwSP5cJ4KX
कर्नाटक के वन अधिकारियों ने कहा, कि यह घटना मैसूर जिले के हुनसुर तालुक के हनागोडु गांव में लक्ष्मण तीर्थ नदी नहर में सोमवार सुबह हुई. जानकारी के मुताबिक, "ग्रामीणों के एक समूह ने झुंड का पीछा किया और आखिरकार उसे नहर में जगह मिल गई जहां हाथी नहर को पार करने में कामयाब रहे. हाथियों को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचा है."
समूह नहर से बाहर निकलने के बाद नागरहोल टाइगर रिजर्व में घुसने में सफल रहा.
Watch: The herd finally managed to cross the canal and entered the forest area of #Nagarahole tiger reserve. (2/2) @IndianExpress @IEBengaluru pic.twitter.com/G05eeH2s8m
— Darshan Devaiah B P (@DarshanDevaiahB) January 11, 2022
वहीं सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है, कि ऐसी अप्रिय स्थितियों से बचने और भविष्य में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्षों को रोकने में मदद करने के लिए बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए.
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