
सोशल मीडिया पर रोज़ कुछ न कुछ वायरल या ट्रोंड होता ही रहता है. आज भी ट्रेंड कर रहा है. दरअसल, देश की कोयला राजधानी धनबाद में एयरपोर्ट की मांग को लेकर युवा सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं #DhanbadDeservesAirport हैशटैग के साथ लिख रहे हैं. धनबाद के रहने वाले युवा चाहते हैं कि धनबाद में एयरपोर्ट की सुविधा हो. ऐसे में धनबाद के युवा अपनी बावनाएं लिख रहे हैं. आइए देखते हैं, कौन क्या लिख रहे हैं.
अगर धनबाद जैसे आद्यौगिक और उच्च शिक्षा संस्थान के महत्व वाले शहर को एयरपोर्ट नहीं दिया सकता है तो धनबाद देश के तरक्की में कदम ताल कैसे करेगा ? Dhn #DhanbadDeservesAirport@PMOIndia @narendramodi @JM_Scindia @HemantSorenJMM @MoCA_GoI pic.twitter.com/z4aRC96bkZ
— Deepak kumar jha (@Lovingdeepak4) July 17, 2022
कब से लगाए बैठे है आस
— sourabh Singh (@aromajh2010) July 17, 2022
अब डालिए धनबाद एयरपोर्ट पर प्रकाश |#DhanbadDeservesAirport@PMOIndia @narendramodi @JM_Scindia @HemantSorenJMM @MoCA_GoI
With a population of around 14 lakhs,being the 2nd most populated city of Jharkhand & 42nd largest city of India there is no reason as to why people of Dhanbad are deprived of airport.#DhanbadDeservesAirport @PMO@narendramodi@HemantSorenJMM
— Sachin Jha Sekhar (@shekharspeakes) July 17, 2022
धनबाद कोयला राजधानी होने के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था में एक अहम भूमिका निभाता है. इन सबके अलावा देश के बिजली समस्याओं को निपटाने में भी अहम भूमिका निभाता है. देखा जाए तो धनबाद में कई शैक्षणिक संस्थाएं हैं.
We have IIT, BIT, SNM Medical College , CIMFR, DGMS , HURL, BCCL, ECL, MPL and lots of institutions of economical importance. But we have not an Airport. #DhanbadDeservesAirport@PMOIndia @narendramodi @JM_Scindia @HemantSorenJMM @MoCA_GoI pic.twitter.com/S4VZg48gRV
— Bhaskar Jha (@Bhaskars_) July 17, 2022
हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा झारखंड में एयरपोर्ट के प्रस्तावित नामों में धनबाद का नाम नहीं होने बाद से ही लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा था. दर्जनों संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने बढ़ चढ़कर ट्वीट किया. धनबाद के बाहर दिल्ली, नोएडा,मुंबई, चेन्नई सहित अन्य जगहों पर रहने वाले धनबाद के प्रवासी लोगों ने भी धनबाद में एयरपोर्ट बनवाने की मांग रखी. लोगों में आक्रोश इस बात का था कि धनबाद के कोयले से देश रौशन होता है और धनबाद को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है. ज्ञात हो कि धनबाद के हजारों छात्र देश के बड़े शहरों में पढ़ाई करते हैं, हजारों की संख्या में लोग देश विदेश में कार्यरत हैं. उन्हें धनबाद पहुंचने में कई बार 24 और 36 घण्टे लग जाते हैं. कोल इंडिया,CMRI, IIT ISM जैसे संस्थान होने के बाद भी धनबाद को नजरअंदाज किया जाता रहा है. गौरतलब है कि धनबाद में 2 जगहों पर एयरपोर्ट के लिए सरकार के द्वारा जमीन अधिग्रहित कर रखा गया है.
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