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बेटा गेम खेलता है, लेकिन क्लास का टॉपर है...बेटे की गेमिंग स्किल पर पिता की पोस्ट हुई वायरल, इंटरनेट पर छिड़ी बहस

असम के पिता ने बेटे की गेमिंग स्किल और एकेडमिक सक्सेस की तारीफ करते हुए शेयर की वीडियो, सोशल मीडिया पर parenting को लेकर बंटे यूज़र्स के विचार.

बेटा गेम खेलता है, लेकिन क्लास का टॉपर है...बेटे की गेमिंग स्किल पर पिता की पोस्ट हुई वायरल, इंटरनेट पर छिड़ी बहस
बेटे के गेमिंग जुनून को दिए पंख, पिता की पोस्ट ने खींचा सोशल मीडिया का ध्यान

Assam Man Praises His Son Gaming Skills Video: डिजिटल युग में बच्चों की परवरिश को लेकर बहस नई नहीं है, लेकिन असम के एक पिता ने इस मुद्दे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है. असम के रहने वाले पगन (Pagan) नाम के व्यक्ति ने अपने बेटे की गेमिंग स्किल्स और क्लास में टॉपर होने की बात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर शेयर की, जो अब वायरल हो चुकी है.

बेटे के गेमिंग जुनून को दिए पंख (Father supports son to play online games)

पगन ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उनका छोटा बेटा लैपटॉप पर तेजी से वीडियो गेम खेलता दिख रहा है, लेकिन लोगों का ध्यान गेमिंग पर नहीं, बल्कि उस सोच पर गया जो इस पोस्ट के साथ सामने आई. उन्होंने लिखा, 'मेरा बेटा इतनी तेजी से टाइप करता है कि मेरी आंखें फॉलो नहीं कर पातीं. मेरी पत्नी और मैंने यह निर्णय लिया कि हम अपने बच्चों को कभी सीमित नहीं करेंगे. जब उन्होंने गेमिंग में रुचि दिखाई, तो हमने उन्हें प्रोत्साहित किया.'

पिता की पोस्ट पढ़कर भावुक हुए यूजर्स (viral Assam father post)

पगन ने आगे बताया कि उनका बेटा न सिर्फ अच्छा गेमर है, बल्कि अपनी क्लास का टॉपर भी है और शिक्षक व सहपाठी सभी उसे पसंद करते हैं. उन्होंने लिखा कि, 'वो क्लास में टॉप करता है, आत्मविश्वासी है, समझदार है और बहुत दोस्त भी हैं उसके.' उन्होंने यह भी बताया कि बेटा कुछ गेम्स में पहले से ही 'ladder' यानी प्रतिस्पर्धी रैंकिंग सिस्टम में ऊपर पहुंच चुका है, भले ही वह अभी आधिकारिक टूर्नामेंट्स में भाग लेने की उम्र का नहीं है.

बोले- काश...हर मां-बाप ऐसा सोचते (Assam boy gamer class topper)

पगन ने अपनी सोच साझा करते हुए कहा, 'मेरा मानना है कि हमें बच्चों को कंट्रोल नहीं करना चाहिए. हमें उन पर भरोसा करना चाहिए कि वे खुद सही रास्ता चुनेंगे.' उन्होंने यह भी कहा, 'हम माता-पिता सिर्फ सपोर्ट बन सकते हैं, उन्हें अपनी इच्छाओं के अनुसार नहीं ढाल सकते.'

कुछ ने जताई चिंता (Assam man appreciation post for son)

इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर मिले-जुले रिएक्शन आए. एक यूज़र ने कहा, 'मेरे माता-पिता ने भी मुझे यही आज़ादी दी थी. मैं भी अपने बच्चों को यही दूंगा.' वहीं कुछ यूज़र्स ने स्क्रीन के नज़दीक बैठने और गलत पोस्चर को लेकर चिंता जताई. एक यूज़र ने लिखा, 'आंखों और रीढ़ की हड्डी का ध्यान रखना चाहिए. गेमिंग अच्छी बात है, लेकिन सावधानी ज़रूरी है.' 

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