7 minutes clinical death story: 'जाको राखे साइयां मार सके न कोय'.... डर्बीशायर के इल्केस्टन की रहने वाली 22 साल की कोर्टनी पर ये कहावत सटीक बैठती है. कोर्टनी के साथ कुछ ऐसा हुआ कि वह चंद मिनटों के लिए मौत के आगोश में समां गई, लेकिन उसके पिता की सूझबूझ ने उसे दोबारा जिंदगी दी. बिल्कुल फिट और स्वस्थ 22 साल की कोर्टनी की सात मिनट के लिए मौत हो गई. उसे अपने घर के पीछे के बगीचे में कार्डियक अरेस्ट हुआ, जो 'उसकी नौकरी के तनाव' के कारण हुआ था.

कोर्टनी अपने घर पीछे के बगीचे में गई और जमीन पर गिर गई, तभी उसके पिता वहां पहुंचे और इस मेडिकल इमरजेंसी को भांपते हुए उन्होंने बेटी को CPR देना शुरू किया. पैरामेडिक्स के आने और उसे रॉयल डर्बी हॉस्पिटल ले जाने से पहले कोर्टनी का दिल सात मिनट के लिए बंद हो गया था.

लक्षणों को किया नजरअंदाज (Doctors shocked near death story)
तीन दिन इंटेंसिव केयर में रहने के बाद, कोर्टनी को बताया गया कि वह माइट्रल एनुलर डिसजंक्शन (MAD) नाम की दिल की बीमारी के साथ पैदा हुई थी. यह दिल की एक संरचनात्मक असामान्यता है जिससे अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. कोर्टनी, जिसे कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या नहीं है, उसे अस्पताल में भर्ती होने से पहले के हफ्तों में दिल की धड़कन के तेज होने और चक्कर आने का अनुभव हो रहा था, लेकिन उसने इन लक्षणों को एग्जाइटी समझकर नजरअंदाज कर दिया था.

स्ट्रेस के कारण हुआ कार्डियक अरेस्ट (Mysterious death experience)
डॉक्टरों ने कोर्टनी को बताया कि, उसका कार्डियक अरेस्ट स्ट्रेस के कारण हुआ था. अब, कोर्टनी दूसरों से अपील कर रही है कि इस तरह के लक्षणों को कभी नजरअंदाज न करें. उसने बताया कि, 'वह एक नॉर्मल रविवार था. मेरे मम्मी-पापा मुझसे मिलने आए थे. मुझे बताया गया कि मैं सोफे पर बैठकर अपने परिवार से बात कर रही थी. मेरे पापा फोन पर बात करने के लिए बाहर गए. कुछ मिनट बाद मैं उनके पीछे-पीछे बाहर गई और तभी मैं बगीचे में गिर गई.'

ये भी पढ़ें:-बिकिनी मॉडल देख पोती ने नानी से पूछा- मैं भी करूं क्या, मिला ऐसा जवाब, जिसे कोई भी लड़की नहीं सुन सकती
'तभी मेरे पापा ने मुझे देखा, बगीचे में दौड़कर आए और CPR देना शुरू किया. मैं पूरी तरह से बेहोश हो गई थी, मैं चली गई थी. मैं सात मिनट के लिए मर ही गई थी. इसके पहले मैं बिल्कुल स्वस्थ थी. मुझे कभी कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं हुई...मैं धूम्रपान, वेप या शराब भी नहीं पीती. मैं हर सुबह काम पर जाने के लिए 20 मिनट पैदल चलती हूं. मैं हर दिन लगभग 10,000 कदम चलती हूं. मैं एक डॉग-ग्रूमर हूं, इसलिए मेरा काम काफी शारीरिक और हाथों से करने वाला है. इसी काम के स्ट्रेस की वजह से ऐसा हुआ.'
ये भी पढ़ें:-सेकंड हैंड कपड़ा खरीदने गया बंदा, लिया ऐसा सूट, असलियत पता लगी तो उड़ गए होश
ये भी पढ़ें:-न भारत न चीन, इस देश में महिलाओं को क्यों मिलती है मर्दों से ज्यादा सैलरी?
ये भी पढ़ें:-नमाज में रो रोकर अल्लाह से किस बात की दुआ मांग रहे मुसलमान, इस देश ये क्या हो गया
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं