फूड डिलीवरी एप्स (Food Delivery Apps) द्वारा अक्सर ही ऐसे ऑफर्स चलाए जाते हैं जो लोगों को काफी आकर्षित करते हैं. इसी तरह का एक ऑफर है 30 मिनट में खाना डिलिवर करने का, जो लोगों को काफी आकर्षित करता है. ऐसा इसलिए क्योंकि फिर लोग उम्मीद करते हैं कि अगर खाना 30 मिनट में नहीं पहुंचा तो उन्हें उसके पैसे नहीं देने पड़ेंगे. हालांकि, कई लोग यह नहीं जानते कि ऐसा होने पर ये पैसे डिलीवरी करने आए शख्स की जेब से काटे जाते हैं.
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इस तरह की पॉलिसी की निंदा करते हुए बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर भास्कर राव ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए इस मामले पर बात की. उन्होंने कहा कि 30 मिनट के अंदर खाना पहुंचाने के चक्कर में डिलीवरी बॉय कई बार अपनी जान को खतरे में डाल देते हैं. इस वजह से उन्होंने पिज्जा कंपनी से कहा कि वो अपनी पॉलिसी में 30 मिनट के टाइम को बढ़ा कर कम से 40 मिनट करें.
भास्कर राव ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''क्या हमारे पास दिल है, जो हम फ्री पिज्जा पाने के लिए एक बच्चे की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं ताकि वो 30 मिनट में पहुंच सकें''. इसके आगे उन्होंने लिखा, ''मैं सही में पिज्जा कंपनियों से पूछ रहा हूं कि वो अपने समय को 40 मिनट कर दें ताकि ये बच्चे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए अपनी जिंदगी को खतरे में न डालें''.
Do we have the heart to get a free pizza from a kid who is risking his life just because he crossed over 30 mns. Am seriously considering asking Pizza companies to make it 40 mns as these kids risk their lives by breaking all Traffic rules.
— Bhaskar Rao IPS (@deepolice12) January 21, 2020
भास्कर राव के इस ट्वीट पर कई लोगों ने अपने-अपने विचार पेश किए और कहा कि किस तरह से कंपनियां डिलीवरी करने वाले लोगों पर इतना प्रेशर डालती हैं. इसके साथ ही कुछ लोगों ने शहरों की खराब ट्रैफिक व्यवस्था का भी जिक्र किया, जिस वजह से उन्हें अपनी मंजिल तक पहुंचने में काफी वक्त लग जाता है.
It's a stupid concept, particularly in a service industry that penalises its staff for reasons beyond their control. The pressure it puts on the delivery mechanism as well as unrealistic expectations from customer end, motivated by a consumerist freeloader culture, is ridiculous!
— Deepti (@MeDamselDee) January 21, 2020
Not just their lives,but lives of other drivers/pedestrians as well. If someone can wait for pizza for 30 mins, an adtnl 15 min must not make much diff. Pls recommend 45 mins. If the customers have a problem with that, they can drive themselves to the store pick up their pizza
— Rupa Murthy (@rupamurthy1) January 21, 2020
I have seen Swiggy zomato boys jumping signals, overtaking vehicles, overspending and riding rash just to make sure they deliver in time. I always worried about how they risked their own life in the road like that.
— Vna_Shastry (@Me_InSoLiTuDe) January 21, 2020
Absolutely Right Sir.
— Anand (@anandbinny06) January 21, 2020
"LIFE IS MORE PRECIOUS, THEN PIZZA"
Please do. This 30mins or Free is absolutely not worth anyone risking their lives. The time limit should be removed completely & immediately. Let it be delivery within reasonable time no fixed limit.
— Rosy (@rose_k01) January 21, 2020
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