भारत में भी अमेरिका की ही तरह एएलएस आइस बकेट चैलेंज में शामिल सितारों की तादाद बहुत तेज़ी से बढ़ती जा रही है, और सानिया मिर्ज़ा, दलेर मेहंदी, बिपाशा बसु, अभिषेक बच्चन और रितेश देशमुख के बाद अब अपने सिर पर बर्फीला पानी पलटने वाली हस्तियों में 'खिलाड़ी कुमार' कहे जाने वाले बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा भी शामिल हो गई हैं।
अक्षय कुमार ने अपने मित्र और कई फिल्मों में सह-अभिनेता रितेश देशमुख की चुनौती को न सिर्फ स्वीकार किया, बल्कि एक नया प्रतिमान स्थापित किया। दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन शहर में एक डान्स टैलेंट शो की शूटिंग में व्यस्त अक्षय ने शो के प्रतियोगियों में से एक से उनके सिर पर पानी से भरी बाल्टी पलटने का अनुरोध किया, लेकिन सभी 11 प्रतियोगी तैयार हो गए। 'खिलाड़ी कुमार' ने किसी को भी निराश नहीं किया, और 11 बाल्टियां अपने सिर पर पलटवाईं। हालांकि पर्यावरण का खास ध्यान रखने के लिए मशहूर अक्षय ने यहां भी इस बात का ध्यान रखा, और पीने के पानी के स्थान पर इस चैलेंज के लिए समुद्री पानी का इस्तेमाल किया।
अपने वीडियो को समय से पहले (24 घंटे की समयसीमा) अपलोड नहीं कर पाने के कारण अक्षय ने इस चैलेंज को शुरू करने वाली संस्था की वेबसाइट (http://www.als-ny.org/) पर जाकर दान भी दिया। अक्षय कुमार ने चुनौती को आगे बढ़ाने के लिए अपनी पत्नी ट्विंकल खन्ना, अपनी बिज़नेस पार्टनर अश्विनी यार्डी, और अपने अभिनेता मित्रों सलमान खान और जॉनी लिवर को चुना है, जिनमें से सलमान खान की प्रतिक्रिया का सभी को बेसब्री से इंतज़ार है। वैसे, बुधवार को प्रसिद्ध पंजाबी पॉप गायक दलेर मेहंदी ने चैलेंज पूरा करते हुए बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान तथा प्रियंका चोपड़ा को भी चुनौती दी थी, जिसकी तरफ से किसी प्रतिक्रया की फिलहाल कोई ख़बर नहीं है।
उधर, किसी भी हस्ती ने सोनाक्षी सिन्हा को चुनौती नहीं दी, लेकिन उन्होंने इस आइस बकेट चैलेंज को पूरा किया, और अपने सभी प्रशंसकों को भी ऐसा करने की चुनौटी दी है। दरअसल, यह चैलेंज दुनिया के दूसरे कोने अमेरिका से भारत तक पहुंचा है, जो मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी 'एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस' (एएलएस) के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया था, जिसके तहत किसी भी हस्ती को अपने सिर पर बर्फीला पानी डालना होता है, और वह अपने बाद तीन और लोगों को चुनौती स्वीकार करने और वीडियो अपलोड करने के लिए कह सकता है, और उन हस्तियों के पास इसे पूरा करने के लिए 24 घंटे का वक्त होता है, वरना उन्हें न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर से जूझ रहे लोगों की मदद कर रही किसी चैरिटी को कम से कम 100 अमेरिकी डॉलर का दान देना पड़ता है।
एएलएस एसोसिएशन के अनुसार इस बीमारी की वजह से हर 90 मिनट में एक अमेरिकी की मौत हो जाती है। यह बीमारी 40 से 70 साल के लोगों को होती है। यह आइस बकेट चैलेंज पिछले काफी दिनों से लगातार रफ्तार पकड़ रहा है, जिसे अब तक फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, माइक्रोसॉफ्ट के भारतवंशी सीईओ सत्या नडेला, माइक्रोसॉफ्ट के ही संस्थापकों में से एक बिल गेट्स, प्रसिद्ध हॉलीवुड अभिनेता रॉबर्ट डाउनी जूनियर, टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक, पॉप गायिका लेडी गागा, गायक जस्टिन बीबर, फुटबॉलर क्रिश्चियानो रोनाल्डो आदि स्वीकार कर चुके हैं।
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