महाकाल की नगरी उज्जैन में लगा 'भूतों का मेला', इस मौके पर लोगों ने किया तंत्र क्रिया, जानें पूरी सच्चाई

मोहित चौहान नाम के श्रद्धालु ने बताया कि हमलोग उज्जैन आए हुए हैं. इस दिन 52 कुंड में स्नान करने के बाद हमें बुरी आत्माओं से छुटकारा मिलता है. 

महाकाल की नगरी उज्जैन में लगा 'भूतों का मेला', इस मौके पर लोगों ने किया तंत्र क्रिया, जानें पूरी सच्चाई

क्या आपने कभी 'भूतों का मेला' के बारे में कभी सुना है? अगर नहीं सुना है तो ये हकीकत है. मध्य प्रदेश के उज्जैन में इस तरह का एक मेला का आयोजन किया गया है. मंगलवार को चैत अमावस्या के मौके पर इस मेले का आयोजन किया गया. चैत्य अमावस्या को भुतड़ी अमावस्या भी कहा जाता है. इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए और बावन कुंड में स्नान किया. यह कालियादेह पैलेस पर स्थित है.

इस त्योहार पर लोगों की मान्यताएं है कि शरीर में बुरी आत्मा से छुटकारा के लिए 52 कुंड में स्नान किया जाता है. इस स्नान के बारे में स्कंड पुराण में भी जिक्र है.

मोहित चौहान नाम के श्रद्धालु ने बताया कि हमलोग उज्जैन आए हुए हैं. इस दिन 52 कुंड में स्नान करने के बाद हमें बुरी आत्माओं से छुटकारा मिलता है. 

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घाटिया पुलिस स्टेशन के इनचार्ज विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए, हमने काफी व्यवस्थाएं की हैं. इसके लिए SDRF की टीमों की तैनाती की गई है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी टीमें मुस्तैदी से मौजूद हैं. करीब 60 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में लगाया गया है. इनमें महिला थाना की पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं.