- पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान की देश में वापसी के बाद जाइमा रहमान राजनीति में कदम रख सकती हैं
- जाइमा बीएनपी की बैठकों में सक्रिय हैं और युवा तथा महिला वोटरों को जोड़ने में पार्टी को लाभ पहुंचा सकती हैं
- 30 वर्षीय जाइमा रहमान पेशे से बैरिस्टर हैं. उन्होंने लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली है
बांग्लादेश में शेख हसीना और खालिदा जिया के बाद एक और ताकतवर महिला राजनेता की एंट्री हो सकती है. बांग्लादेश में पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान की 17 साल बाद बांग्लादेश वापसी के बाद ये चर्चा तेज हो गई है. उनकी बेटी जाइमा रहमान पॉलिटिक्स में एंट्री कर सकती हैं. तारिक रहमान की जाइमा और पत्नी जुबैदा के साथ फोटो काफी वायरल हो रही है. चुनावी रुझान बता रहे हैं कि रहमान की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर सकती है और सरकार बना सकती है.
तारिक रहमान के साथ दिखीं जाइमा
जाइमा बीएनपी की बैठकों में हिस्सा ले रही हैं और राजनीतिक कार्यक्रमों में उनके साथ नजर आ रही हैं. बांग्लादेश में बड़ी संख्या में युवा और महिला वोटरों की संख्या को देखते हुए जाइमा की राजनीतिक मौजूदगी बीएनपी को फायदा पहुंचा सकती है. खासकर जिन छात्र संगठनों के मोर्चे ने शेख हसीना का तख्तापलट किया था, उसमें युवाओं की भूमिका अहम थी. ऐसे में बीएनपी की कोशिश है कि वोटों के बिखराव को रोका जाए और जमात ए इस्लामी को सत्ता से बाहर रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को पार्टी से जोड़ा जाए.
पेशे से बैरिस्टर हैं जाइमा रहमान
30 साल की जाइमा रहमान की साफ सुथरी छवि उनके पक्ष में जाती है. पेशे से बैरिस्टर रहमान ने ढाका कैंटोनमेंट एरिया में काफी वक्त बिताया, फिर बाद में पिता के साथलंदन चली गईं. जाइमा के पास लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से लॉ डिग्री है. जबकि बांग्लागेश में वो इंटरनेशनल स्कूल ऑफ ढाका से पढ़ी थीं.बांग्लादेश में 12 फरवरी के चुनाव में जमात ए इस्लामी और एनसीपी भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर तारिक रहमान को घेर सकती है. ऐसे में जाइमा आगे आकर कमान संभाल सकती हैं.
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फेसबुक पोस्ट ने दिया इशारा
जाइमा ने एक फेसबुक पोस्ट भी की है, जिससे उनकी राजनीति में आने की अटकलें तेज हैं. उन्होंने लिखा, मैं कभी भी अपनी जड़ों को नहीं भूली. मैं बांग्लादेश के पुनर्निर्माण में अहम भूमिका निभाना चाहती हूं. ऐसे में माना जा रहा है कि वो सक्रिय राजनीति में प्रवेश करें.
चुनाव आयोग के कार्यालय भी गईं
जाइमा शनिवार को पिता रहमान के साथ बांग्लादेश चुनाव आयोग के कार्यालय भी गईं और खुद को भी वोटर के तौर पर पंजीकृत कराया. अवामी लीग की सरकार के दौरान 2021 में भी जाइमा चर्चा में आई थीं. तब अवामी लीग नेता मुराद हसन ने जाइमा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.
विदेश से भी पार्टी बैठकों में शामिल
जाइमा ने विदेश में रहते हुए भी पार्टी की कई वर्चुअल बैठकों में हिस्सा लिया है. बीएनपी के प्रवासी वोटरों के साथ भी उन्होंने संवाद किया. ऐसे में अघोषित तौर पर ही सही उनकी राजनीतिक पारी का आगाज हो गया है.
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तारिक रहमान का भी इनकार नहीं
तारिक रहमान से जब ये सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह समय और परिस्थिति पर निर्भर करता है. जाइमा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में खालिदा जिया का भी जिक्र कर उनकी राजनीतिक विरासत संभालने का संकेत दिया था. वो खालिदा जिया के राजनीतिक कार्यक्रमों में भी नजर आती थीं. वो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट कार्यक्रम में भी देखी गई थीं.
बांग्लादेश की सियासत में महिलाओं का दबदबा
बांग्लादेश की राजनीति में करीब 30 साल से महिला नेताओं का दबदबा रहा है. अवामी लीग की शेख हसीना और बीएनपी की खालिदा जिया ने इस दौरान सत्ता संभाली है. जब खालिदा जिया जेल में थीं और उनके बेटे तारिक रहमान भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे थे, तो बहू जुबैदा रहमान के भी राजनीति में आने के कयास शुरू हो गए थे.
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