
- अमेरिकी विदेश विभाग ने अमेरिका में वीजा लेकर रहने वाले 5.5 करोड़ विदेशी लोगों के रिकॉर्ड की समीक्षा शुरू की.
- वीजा होल्डर्स की जांच में नियम उल्लंघन, आपराधिक गतिविधि या आतंकवाद में शामिल होने की जांच की जा रही है.
- अमेरिका ने विदेशी ट्रक ड्राइवरों के लिए वीजा जारी करने पर तत्काल रोक लगा दी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में वीजा लेकर रह रहे 5.5 करोड़ विदेशी लोगों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. अमेरिकी के विदेश विभाग ने गुरुवार, 21 अगस्त को कहा कि इन 5.5 करोड़ वीजा होल्डर्स के रिकॉर्ड की समीक्षा कर रहा है. अब इस बात की जांच की जाएगी कि क्या इन लोगों ने आव्रजन नियमों (इमिग्रेशन रूल्स) का उल्लंघन तो नहीं किया है. अगर ऐसा कुछ पाया जाता है तो संभव है कि उनका वीजा रद्द कर दिया जाए और उन्हें उन देशों में वापस भेज दिया जाए जहां से वे आए हैं.
इसको लेकर न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने सवाल किया था. अपने लिखित जवाब में, विदेश विभाग ने कहा कि सभी अमेरिकी वीजा होल्डर्स की लगातार जांच हो रही है. देखा जा रहा है कि कहीं वो वीजा के लिए अयोग्य तो नहीं है. यदि ऐसी जानकारी पाई जाती है, तो उनका वीजा रद्द कर दिया जाएगा और यदि वीजा रखने वाला विदेशी व्यक्ति संयुक्त राज्य अमेरिका में है, तो उसे उसके देश निर्वासित किया जाएगा.
विभाग ने कहा, "हम अपनी जांच के हिस्से के रूप में सभी उपलब्ध सूचनाओं की समीक्षा करते हैं. इसमें कानून प्रवर्तन (पुलिस) या इमिग्रेशन रिकॉर्ड या वीजा जारी होने के बाद संभावित अयोग्यता का संकेत देने वाली कोई अन्य जानकारी शामिल है."
विदेशी ट्रक ड्राइवरों के वीजा पर लगी रोक
अमेरिका ने सभी विदेशी ट्रक ड्राइवरों के लिए वीजा जारी करना तुरंत बंद कर दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने गुरुवार, 21 अगस्त को इसकी घोषणा की. रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "हम तत्काल प्रभाव से कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों के लिए वर्कर वीजा जारी करने पर रोक लगा रहे हैं." दरअसल वर्कर वीजा रोकने के पीछे की वजह भारत से अवैध रूप से अमेरिका गए हरजिंदर सिंह का फैक्टर है, जिसने अपनी एक गलती से बड़ा एक्सीडेंट किया है और उसकी वजह से तीन लोगों की जान चली गई है.
विदेशियों पर सख्त ट्रंप सरकार, 6 महीने में क्या-क्या किया?
जनवरी में जबसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में पदभार संभाला है, तब से उनके प्रशासन ने अमेरिका में कथित रूप से अवैध रूप से रहने वाले प्रवासियों को निर्वासित करने पर ध्यान केंद्रित किया है. इसमें छात्र और एक्सचेंस वीजा होल्डर्स पर भी खासा ध्यान दिया गया है. अमेरिका का विदेश विभाग बड़े पैमाने पर वीजा होल्डर्स की जांच कर रहा है. भले अधिकारी स्वीकार करते हैं कि इसमें बहुत समय लगता है.
इसके अलावाह ट्रंप प्रशासन ने वीजा के लिए एप्लीकेशन देनों वालों पर लगातार अधिक से अधिक प्रतिबंध और आवश्यक शर्तें लगा दी हैं. इसमें सभी वीजा चाहने वालों को पर्सनल इंटरव्यू में शामिल होने की आवश्यकता भी शामिल है.
ट्रंप सरकार ने मानवीय आधार पर अमेरिका में शरण लेने वाले लोगों पर भी कड़ाई कर रही है. मानवीय पैरोल और अस्थायी संरक्षित स्थिति ने प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहे कई देशों के हजारों लोगों को अमेरिका में रहने और काम करने का अधिकार दिया है. ट्रंप सरकार की इसको हटाने पर नजर है.
स्टूडेंट वीजा धारकों को भी इसी तरह निशाना बनाया गया है. विदेश विभाग ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि इस साल 6,000 छात्रों का वीजा रद्द कर दिया गया है. ट्रंप प्रशासन ने उन छात्रों को विशेष रूप से निशाना बनाया है जो फिलिस्तीन के पक्ष में विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए हैं.
(इनपुट- एपी)
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