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This Article is From Dec 13, 2022

Nuclear Fusion: अमेरिका को मिला ऊर्जा का भंडार, क्या जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा संकट से मिलेगी निजात?

US Nuclear Fusion: दुनियाभर के वैज्ञानिक दशकों से परमाणु संलयन का अध्ययन कर रहे हैं. इससे उन्हें वर्तमान में परमाणु रिएक्टरों में पैदा हो रहे परमाणु कचरे के बिना असीमित और कार्बन मुक्त ऊर्जा मिल सकती है. संलयन प्रोजेक्ट्स मुख्य रूप से ड्यूटेरियम और ट्रिटियम तत्वों का उपयोग करती हैं. ये दोनों हाइड्रोजन के समस्थानिक हैं.

Nuclear Fusion: अमेरिका को मिला ऊर्जा का भंडार, क्या जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा संकट से मिलेगी निजात?
प्रतीकात्मक फोटो.
वॉशिंगटन:

अमेरिका में कैलिफोर्निया के लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लेबोरेटरी के नेशनल इग्निशन फैसिलिटी में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने सफलतापूर्वक एक परमाणु संलयन(Nuclear Fusion) प्रतिक्रिया का उत्पादन किया है. इससे बड़ी मात्रा में स्वच्छ ऊर्जा (Carbon Free Energy)का उत्पादन हुआ, जिसका इस्तेमाल कई तरह की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है. यूएस एनर्जी डिपार्टमेंट ने भी इस प्रयोग के सफल होने का ऐलान किया है.

वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर सबकुछ सही रहता है तो जीवाश्म ऊर्जा जैसे गैस, पेट्रोल और डीजल से अमेरिका की निर्भरता कम हो सकती है. इसका सबसे बड़ा नुकसान सऊदी अरब, रूस, कतर, ओमान, नाइजीरिया जैसे तेल उत्पादक देशों को हो सकता है.

परमाणु संलयन या न्यूक्लियर फ्यूजन एक मानव निर्मित प्रक्रिया है. इसमें सूर्य को शक्ति प्रदान करने वाली ऊर्जा को कृत्रिम रूप से उत्पादित किया जाता है. परमाणु संलयन तब होता है जब दो या दो से अधिक परमाणु एक बड़े परमाणु में जुड़ जाते हैं. इस प्रक्रिया में गर्मी के रूप में भारी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है. 

दुनियाभर के वैज्ञानिक दशकों से परमाणु संलयन का अध्ययन कर रहे हैं. इससे उन्हें वर्तमान में परमाणु रिएक्टरों में पैदा हो रहे परमाणु कचरे के बिना असीमित और कार्बन मुक्त ऊर्जा मिल सकती है. संलयन प्रोजेक्ट्स मुख्य रूप से ड्यूटेरियम और ट्रिटियम तत्वों का उपयोग करती हैं. ये दोनों हाइड्रोजन के समस्थानिक हैं.

कार्बन डायरेक्ट के मुख्य वैज्ञानिक और लॉरेंस लिवरमोर के एक पूर्व मुख्य ऊर्जा प्रौद्योगिकीविद् जूलियो फ्रीडमैन ने कहा कि एक गिलास पानी के बराबर ड्यूटेरियम में अगर थोड़ा सा ट्रिटियम मिलाया जाए, तो यह एक घर को एक साल तक बिजली दे सकता है. ट्रिटियम दुर्लभ होता है और प्राप्त करने के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण है. 

हालांकि, इसे कृत्रिम रूप से बनाया जा सकता है. कोयले के उलट, आपको केवल थोड़ी मात्रा में हाइड्रोजन की जरूरत होती है. हाइड्रोजन ब्रह्मांड में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली चीज है. हाइड्रोजन पानी में पाया जाता है इसलिए जो पदार्थ इस ऊर्जा को उत्पन्न करता है वह असीमित है और इससे उत्पन होने वाली ऊर्जा साफ भी है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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