अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यदि जरूरत पड़ी, तो अमेरिका इराक में 'लक्षित और सटीक कार्रवाई' करने को तैयार है।
ओबामा ने इराक में चल रहे ताजा घटनाक्रम पर राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ हुई बैठक के संबंध में व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को कहा, स्थिति को देखते हुए हम यह सुनिश्चित कर चुके हैं कि जरूरत पड़ने पर हम लक्षित और सटीक सैन्य कार्रवाई करने को तैयार हैं।
राष्ट्रपति बराक ओबामा और उप राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा इस बैठक में रक्षा मंत्री जॉन केरी, रक्षा सचिव चक हैगल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसन राइस, नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर, सीआईए के निदेशक जॉन ब्रेनन और जनरल मार्टिन डेम्पसी शामिल थे। जनरल मार्टिन चेयरमैन ऑफ ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ भी हैं।
बैठक से बाहर आने के बाद ओबामा ने कहा कि अमेरिका ने उल्लेखनीय रूप से अपनी खुफिया, सतर्कता और टोही संसाधनों में इजाफा किया है, ताकि उन्हें इराक में जो भी घटित हो रहा है, उसकी सही जानकारी मिल सके। इससे आईएसआईएल की गतिविधियों, उसके स्थान के बारे में अमेरिका की समझ बेहतर होगी, साथ ही अमेरिका को वहां आतंकवादी हमलों के विरूद्ध प्रयास में भी मदद मिलेगी।
ओबामा ने कहा कि अमेरिका इराकी सुरक्षा बलों की मदद को बढ़ाना जारी रखेगा। ओबामा ने यह घोषणा की कि अमेरिका बगदाद और उत्तरी इराक में आतंकवादी समूह 'इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड लेवांत' (आईएसआईएल) के खतरों से मुकाबला के लिए खुफिया सूचनाओं और सहयोग की योजना के लिए संयुक्त अभियान केंद्र के गठन को तैयार है।
उन्होंने कहा, हमारे नए 'आतंकवाद निरोधी साझेदारी कोष' द्वारा हम अतिरिक्त साजो-सामान उपलब्ध कराने के लिए कांग्रेस के साथ काम करने को तैयार हैं। अपने दूतावास के माध्यम से हमने इराक में अपने सलाहकार नियुक्त किए हैं और हम 300 अतिरिक्त अमेरिकी सैन्य सलाहकारों को वहां भेजने को भी तैयार हैं, ताकि इराकी सुरक्षा बलों को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित, सलाह और सहयोग दिया जा सके।
ओबामा ने कहा, चूंकि हमारे खुफिया संसाधनों में बढ़ोत्तरी हुई है, इसलिए हम आईएसआईएल से जुड़े संभावित ठिकानों और वहां की ताजा स्थिति के बारे में और अधिक सूचनाएं एकत्र कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर हम वहां लक्षित और सटीक सैन्य कार्रवाई करने को भी तैयार हैं।
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