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This Article is From Feb 19, 2022

'मम्मी-पापा के बंदूक जैसा!' अमेरिकी कंपनी बच्चों के लिए लेकर आई सेमी-ऑटोमेटिक राइफल

JR-15 राइफल की लंबाई 31 इंच (80 सेंटीमीटर) और वजन 2.5 पाउंड (एक किलोग्राम) से भी कम है. यह 22 कैलिबर गोलियों के पांच या 10 राउंड की मैग्जीन के साथ आता है. इसे जनवरी में $389 के प्राइज टैग के साथ जारी किया गया है.

'मम्मी-पापा के बंदूक जैसा!' अमेरिकी कंपनी बच्चों के लिए लेकर आई सेमी-ऑटोमेटिक राइफल
वाशिंगटन:

एक अमेरिकी बंदूक निर्माता (US Gun Manufacturer)  कंपनी ने एआर-15 राइफल (AR-15 Rifles) के मॉडल पर आधारित बच्चों के लिए एक सेमी ऑटोमेटिक राइफल JR-15 का निर्माण किया है.  एआर-15 राइफल का उपयोग अमेरिका में कई घातक सामूहिक गोलीबारी में किया जा चुका है. बंदूक सुरक्षा समूहों ने इसी मॉडल पर आधारित बच्चों के लिए बनाए गए अर्ध-स्वचालित राइफल की निंदा की है.

जेआर -15 नामक अर्ध-स्वचालित राइफल की  निर्माता कंपनी WEE1 टैक्टिकल द्वारा इसे शूटिंग प्लेटफार्मों पर बच्चों को शूटिंग खेलों से परिचित कराने में और सुरक्षित रखने के रूप में मददगार के तौर पर पेश किया जा रहा है.

कंपनी की वेबसाइट का कहना है कि ये राइफल "मॉम और डैड के बंदूक की तरह दिखती है, महसूस कराती है और संचालित होती है."

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JR-15 राइफल की लंबाई 31 इंच (80 सेंटीमीटर) और वजन 2.5 पाउंड (एक किलोग्राम) से भी कम है. यह 22 कैलिबर गोलियों के पांच या 10 राउंड की मैग्जीन के साथ आता है. इसे जनवरी में $389 के प्राइज टैग के साथ जारी किया गया था.

वयस्कों के लिए मॉडल AR-15, एक सैन्य हथियार का नागरिक संस्करण है और इसका उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका में स्कूलों सहित कई सामूहिक हत्याओं में किया जा चुका है. संयुक्त राज्य अमेरिका, जहां हथियारों के अधिकार की गारंटी संविधान द्वारा दी गई है, में सामूहिक गोलीबारी  एक सामान्य और बार-बार होने वाली घटना के रूप में दर्ज की गई है. 

14 दिसंबर 2012 को कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलीमेंट्री स्कूल में एक युवक ने 20 बच्चों समेत 26 लोगों को मारने के लिए एआर-15 का इस्तेमाल किया था.

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2017 में भी लास वेगास में हुए हमले में AR-15 राइफल का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें 58 लोग मारे गए थे, जिससे यह हाल के अमेरिकी इतिहास में सबसे घातक शूटिंग बन गई. 2018 में फ्लोरिडा में पार्कलैंड हाई स्कूल की शूटिंग में भी 17 लोगों की मौत हो गई थी, उसमें भी इसी राइफल का इस्तेमाल किया गया था.

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