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This Article is From Feb 23, 2019

अमेरिकी दंपति ने अपने ही बच्चों के साथ की निर्दयता, महीनों तक जंजीरों से जकड़ कर रखा, खाने को भी नहीं दिया

अमेरिका में इस मामले को हाउस ऑफ हॉरर्स यानी ‘भयावहता का घर’ का नाम दिया जा रहा है. डेविड और लुइस टर्पिन ने रिवरसाइड काउंटी सुप्रीम कोर्ट में अपनी गलती मान ली है.

अमेरिकी दंपति ने अपने ही बच्चों के साथ की निर्दयता, महीनों तक जंजीरों से जकड़ कर रखा, खाने को भी नहीं दिया
आरोपियों ने अदालत में अपना अपराध स्‍वीकार कर लिया
रिवरसाइड:

एक अमेरिकी मां-बाप ने शुक्रवार को अपने ही बच्चों का उत्पीड़न करने और उनके साथ अन्य तरह का निर्दयता का व्यवहार करने के आरोप को स्वीकार कर लिया. इन लोगों ने अपने 13 बच्चों में से कई को न केवल बिस्तर पर जंजीरों से जकड़ कर रखा बल्कि उन्हें खाने को भी नहीं दिया. अमेरिका में इस मामले को हाउस ऑफ हॉरर्स यानी ‘भयावहता का घर' का नाम दिया जा रहा है. डेविड और लुइस टर्पिन ने रिवरसाइड काउंटी सुप्रीम कोर्ट में अपनी गलती मान ली है.

इन दोनों को जनवरी 2018 में उस समय गिरफ्तार किया गया जब दक्षिणी लॉस ऐंजिल्स के पेर्रिस इलाके में बने घर से उनकी 17 साल की बेटी किसी तरह भागने में सफल रही और उसने फिर पुलिस को फोन करके अपनी व्यथा बताई. गिरफ्तारी के समय दंपति के बच्चों की उम्र दो साल से 29 साल के बीच थी. ये बच्चे बहुत कम वजनी थे और महीनों से नहाये तक नहीं थे.

इतना ही नहीं उनका घर मानव मल से भरा हुआ था. जांचकर्ताओं ने बताया कि इन बच्चों को पीटा जाता था और पिंजरों में बंद करके रखा जाता था. दक्षिण कैलिफोर्निया जिला अटार्नी इस मामले की सुनवाई कर रहा है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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