संयुक्त राष्ट्र:
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने उत्तर कोरिया के रॉकेट प्रक्षेपण की कड़ी निंदा की है। परिषद ने इसे संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का गम्भीर उल्लंघन बताया है।
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक सुरक्षा परिषद ने सोमवार को एक अध्यक्षीय वक्तव्य जारी कर कहा, "सुरक्षा परिषद ने इस पर अफसोस जताया है और कहा है कि इस तरह के प्रक्षेपण इस क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं के कारण हो सकते हैं।"
उत्तर कोरिया का कहना है कि एक उपग्रह को अंतरिक्ष कक्षा में पहुंचाने के लिए उन्हा-3 रॉकेट का प्रक्षेपण किया गया था। शुक्रवार को यह प्रक्षेपण हुआ था। उत्तर कोरिया के संस्थापक नेता किम 2-संग की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह प्रक्षेपण किया गया।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया को यह प्रक्षेपण न करने की चेतावनियां दिए जाने के बाद भी उसने इसकी अनदेखी की थी। अमेरिका का दावा है कि इस प्रक्षेपण की आड़ में उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया, जो संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के मुताबिक प्रतिबंधित है।
प्रक्षेपण पर नजर रखे अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान व अन्य देशों ने कहा है कि प्रक्षेपण के तुरंत बाद यह रॉकेट पीला समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
परिषद ने मांग की है कि उत्तर कोरिया भविष्य में बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल और प्रक्षेपण करने से परहेज करे व अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़ी सभी गतिविधियां रोक दे।
अमेरिकी की राजदूत व अप्रैल में परिषद अध्यक्ष का कार्यभार संभालने वाली सुसान राइस ने पत्रकारों से कहा कि वक्तव्य में नए प्रतिबंधों की भी जानकारी दी गई है।
राइस ने कहा, "सुरक्षा परिषद ने अपनी उत्तर कोरिया प्रतिबंध समिति से उत्तर कोरिया की अन्य कम्पनियों सहित अतिरिक्त परिसम्पत्तियां जब्त करने के लिए कहा है। साथ ही अतिरिक्त प्रसार-संवेदनशील प्रौद्योगिकी की पहचान कर उसके उत्तर कोरिया को हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया है।" उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रतिबंधों को बेहतर ढंग से लागू करवाने के लिए समिति कई अन्य कदम भी उठाएगी।
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक सुरक्षा परिषद ने सोमवार को एक अध्यक्षीय वक्तव्य जारी कर कहा, "सुरक्षा परिषद ने इस पर अफसोस जताया है और कहा है कि इस तरह के प्रक्षेपण इस क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं के कारण हो सकते हैं।"
उत्तर कोरिया का कहना है कि एक उपग्रह को अंतरिक्ष कक्षा में पहुंचाने के लिए उन्हा-3 रॉकेट का प्रक्षेपण किया गया था। शुक्रवार को यह प्रक्षेपण हुआ था। उत्तर कोरिया के संस्थापक नेता किम 2-संग की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह प्रक्षेपण किया गया।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया को यह प्रक्षेपण न करने की चेतावनियां दिए जाने के बाद भी उसने इसकी अनदेखी की थी। अमेरिका का दावा है कि इस प्रक्षेपण की आड़ में उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया, जो संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के मुताबिक प्रतिबंधित है।
प्रक्षेपण पर नजर रखे अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान व अन्य देशों ने कहा है कि प्रक्षेपण के तुरंत बाद यह रॉकेट पीला समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
परिषद ने मांग की है कि उत्तर कोरिया भविष्य में बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल और प्रक्षेपण करने से परहेज करे व अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़ी सभी गतिविधियां रोक दे।
अमेरिकी की राजदूत व अप्रैल में परिषद अध्यक्ष का कार्यभार संभालने वाली सुसान राइस ने पत्रकारों से कहा कि वक्तव्य में नए प्रतिबंधों की भी जानकारी दी गई है।
राइस ने कहा, "सुरक्षा परिषद ने अपनी उत्तर कोरिया प्रतिबंध समिति से उत्तर कोरिया की अन्य कम्पनियों सहित अतिरिक्त परिसम्पत्तियां जब्त करने के लिए कहा है। साथ ही अतिरिक्त प्रसार-संवेदनशील प्रौद्योगिकी की पहचान कर उसके उत्तर कोरिया को हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया है।" उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रतिबंधों को बेहतर ढंग से लागू करवाने के लिए समिति कई अन्य कदम भी उठाएगी।
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