
प्रतीकात्मक फोटो
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
ट्रम्प ने उर्जा एजेंसी के लिये भारतीय अमेरिकी नील को चुना
यह एजेंसी अमेरिका के पावरग्रिड पर नजर रखती है
पद ग्रहण करने से पहले चटर्जी के नाम पर सीनेट से पुष्टि जरूरी है
व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रम्प केंटुकी के नील चटर्जी 40 को फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमिशन के लिये नामांकित करना चाहते हैं. यह कार्यकाल 30 जून 2021 को खत्म होगा.
व्हाइट हाउस ने बताया कि यूएस सीनेट मेजोरिटी लीडर मिच मैक्कॉनेल के उर्जा नीति सलाहकार के तौर पर काम कर चुके चटर्जी ने उर्जा, राजमार्ग एवं कृषि कानून के मार्ग में अहम भूमिका निभायी है.
मैक्कॉनेल के लिये सेवा देने से पहले चटर्जी गवर्नमेंट रिलेशंस फॉर नेचुरल रूरल इलेक्ट्रिक कोऑपरेटिव एसोसिएशन में प्रधान और हाउस ऑफ रिपब्लिकन कॉन्फ्रेंस चेयरवुमन ओहायो की डेबोरा प्राइस के सहायक के तौर पर काम कर चुके हैं.
उन्होंने वाशिंगटन, डीसी में हाउस कमिटी ऑन वेज एंड मिन्स के साथ अपना कॅरियर शुरू किया था.
केंटुकी के लेक्जिंगटन के रहने वाले चटर्जी ने सेंट लॉरेंस यूनीवर्सिटी से स्नातक की डिग्री ली और यूनीवर्सिटी ऑफ सिसिनाटी कॉलेज ऑफ लॉ से पढ़ाई की.
फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमिशन के सदस्य के तौर पर पद ग्रहण करने से पहले चटर्जी के नाम पर सीनेट से पुष्टि जरूरी है.
पिछले सप्ताह अमेरिकी सांसदों ने इस अहम संघीय नियामक आयोग में रिक्ती पर चिंता जतायी थी.
सीनेट की एनर्जी अध्यक्ष लीसा मुर्कोविस्की ने कहा, ‘उर्जा के क्षेत्र में हम तब तक कुछ अधिक नहीं कर सकते हैं जब तक कि एफईआरसी में पर्याप्त संख्या नहीं हो जाती. सबसे पहले हमें इसके लिये कुछ नामों की आवश्यकता है जो वास्तव में एक समिति के तौर पर काम कर सकें .’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं