पीएम मोदी लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे पीएम मोदी
- देश 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से भाषण देंगे.
- यह लगातार बारहवां अवसर है जब पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से संबोधन करेंगे.
- प्रधानमंत्री मोदी तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र के नाम अपने भाषण में कई अहम मुद्दे उठाएंगे.
देश आज अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर मौजूद हैं.वह लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे हैं. ये लगातार 12वां मौका है जब पीएम मोदी लाल किले से अपना भाषण दे रहे हैं. परंपरा के अनुसार पीएम मोदी ने पहले तिरंगा फहराया और अब वह राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं.
पीएम मोदी का आज का भाषण कई मायनों में खास है. पीएम मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर, राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि और अपनी सरकार के विस्तारित कल्याण मॉडल का जिक्र कर रहे हैं. हम आपको आज के समारोह की पल-पल की अपडेट दे रहे हैं.
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79th Independence Day 2025 LIVE:
50 परसेंट क्लीन एनर्जी का लक्ष्य 5 साल में पूरा किया
पीएम मोदी ने कहा कि हमने पांच साल पहले ही 50 परसेंट क्लीन एनर्जी का लक्ष्य प्राप्त कर लिया था. हमनें लक्ष्य निर्धारित किया था कि ये आंकड़ा हम 2030 तक पूरा करेंगे. लेकिन हमनें ये 2025 में ही इसे हासिल कर लिया है. ईंधन बाहर से लाने में अगर करोड़ों रुपये खर्च ना करने पड़ते तो विकास को और तेजी मिलती. देश को विकसित बनाने के लिए हम समुद्र मंथन की तरफ भी जा रहे हैं. हमारे समुद्र के मंथन को आगे बढ़ाते हुए तेल के भंडार औऱ गैस के भंडार को खोजने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं.
2047 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता को 10 गुना से ज्यादा आगे बढ़ाने का लक्ष्य
पीएम मोदी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में हम एनर्जी के लिए बहुत सारे देशों पर निर्भर हैं. लाखों करोड़ रुपये खर्च कर हमें ईंधन लाना पड़ता है. हमें अपने देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना होगा. आज देश में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ गई है. हम क्लीन एनर्जी की दिशा में भी तेजी से काम कर रहे हैं. भारत मिशन ग्रीन हाइड्रोजन पर हजारों करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है. भारत न्यूक्लियर एनर्जी पर भी बड़े फैसले ले रहे है. न्यूक्लियर एनर्जी में कई नए रिएक्टर पर काम किया जा रहा है. 2047 तक हम परमाणु ऊर्जा क्षमता को 10 गुना से ज्यादा आगे बढ़ाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं .
सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में मिशन मोड़ पर चल रहा काम
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में 50 से 60 साल पहले सेमीकंडक्टर के विचार की भ्रूण हत्या हो चुकी है. जबकि कई देश 50-60 साल पहले ही सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अपनी महारथ हासिल कर चुके हैं. अब हमने उस मोड़ को छोड़कर इस मिशन मोड़ में काम शुरू किया है. कई नए यूनिट्स को स्थापित करने पर हम काम कर रहे हैं. इसी साल के अंत तक मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में आ जाएंगी.
विकसित भारत का आधार भी आत्मनिर्भर बनना
पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी ने हमें निर्भर बना दिया. औरों पर हमारी निर्भरता बढ़ती रही. हम सब जानते हैं,आजादी के बाद कोटि-कोटि जनों का पेट भरना बड़ी चुनौती थी. लेकिन यही वे किसान हैं, जिन्होंने खून पसीना एक कर देश के अनाज के भंडार भर दिया. देश को आत्मनिर्भर बना दिया. एक राष्ट्र के लिए आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी, आज भी इसकी आत्मनिर्भरता है. विकसित भारत का आधार भी आत्मनिर्भर भारत. जो दूसरों पर ज्यादा निर्भर रहता है, उसकी आजादी पर उतना ही बड़ा प्रश्नचिह्न लग जाता है.
निर्भरता की आदत लगना खतरे से खाली नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य तब बन जाता है, जब निर्भरता की आदत लग जाए. पता ही नहीं चले कि कब हम आत्मनिर्भरता छोड़ रहे हैं और कब निर्भर हो जाते हैं. यह आदत खतरे से खाली नहीं है. आत्मनिर्भर होने के लिए हर पल जागरूर रहने की जरूरत है. आत्मनिर्भरता का नाता सिर्फ आयात और निर्यात, रुपया, पैसा, पाउंड डॉलर तक नहीं है. इतना सीमित अर्थ उसका नहीं है. आत्मनिर्भरता का नाता हमारे सामर्थ्य से जुड़ा है.
आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी- देश से पीएम मोदी की अपील
पीएम मोदी ने कहा कि जब आत्मनिर्भरता खत्म होने लगती है, तो सामर्थ्य भी क्षीण होने लगता है. इसलिए हमारे सामर्थ्य को बचाए और बनाए रखने लिए आत्मनिर्भर होना बहुत जरूर है. यह ऑपरेशन सिंदूर में देखा है. दुश्मन को पता ही नहीं चला कि यह कौन सा सामर्थ्य है जो पभर में उनको नष्ट कर रहा है. अगर हम आत्मनिर्भर न हो पाते तो क्या ऑपरेशन सिंदूर इतनी त्वरित गति से कर पाते. कौन सप्लाई देगा नहीं नही देगा, इसकी चिंता बनी रहती. यह मेड इन इंडिया की कमान सेना के हाथ में थी, इसलिए यह संभवा हो पाया. हम डिफेंस में आत्मनिर्भरता का मिशन लेकर चले हैं.
खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा- पाक को पीएम मोदी की दो टूक
सिंधु जल समझौते पर पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक कहा कि खून और पानी, एक साथ नहीं बहेगा. अब देशवासियों को भलि भांति पता चला है कि सिंधु का समझौता इतना एकतरफा और अन्यायपूर्ण है कि भारत से निकलती नदी का पानी दुश्मनों के खेत को सींच रहा है और मेरे देश के किसानों की धरती प्यासी है. यह ऐसा समझौता था, जिसने पिछले सात दशक से मेरे देश के किसानों का अकल्पनीय नुकसान किया है. हिंदुस्तान के हक के पानी पर सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्तान का अधिकार है, हिंदुस्तान के किसानों का अधिकार है. भारत सिंधु समझौते के स्वरूप को नहीं सहेगा. किसान हित और राष्ट्र हित में यह समझौता हमें मंजूर नहीं है.
न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं रहेंगे, मुंहतोड़ जवाब देंगे-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमने न्यू नॉर्मल स्थापित किया है. आतंक को ताकत देने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानेंगे. वह मानवता के दुश्मन हैं. उनमें कोई फर्क नहीं है. अब भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को हम सहने वाले नहीं हैं. न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे अरसे से चला आया, वह नहीं चलेगा. आगे भी अगर दुश्मनों ने यह कोशिश जारी रखी, तो हमारी सेना तय करेगी, सेना की शर्तों पर, सेना जो समय निर्धारित, उस पर हम अमल में लाकर रहने वाले हैं. हम मुंहतोड़ जवाब देंगे.
पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी हुई है-पीएम मोदी
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 22 तारीख के बाद हमने हमारी सेना को खुली छूट दे दी थी. हमारी सेना ने वह करके दिखाया, जो कई दशकों तक कभी हुआ नहीं था. सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती पर घुसकर आतंकी हेडक्वार्टर्स को मिट्टी में मिला दिया गया. आतंकी इमारतों को खंडहर बना दिया. पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी हुई है. पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लालकिले के प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करते हुए कहा कि वीर जांबाज सैनिकों ने दुश्मनों को उसकी कल्पना से परे सजा दी है. पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने आकर जिस प्रकार का कत्लेआम किया. धर्म पूछकर लोगों को मारा गया. पत्नी के सामने पति को गोलियां दीं. बच्चों के सामने पिता को मौत के घाट उतारा गया. पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था. पूरा विश्व भी इस संहार से चौंक गया था. ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है.

देश को रास्ता दिखाने में नारी शक्ति का भी योगदान-पीएम मोदी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत का संविधान 75 साल से प्रकाश स्तंभ बनकर मार्ग दिखाता रहा है. अनेक महापुरुष डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. राधाकृष्णनन जी, इतना ही नहीं हमारी नारी शक्ति का भी योगदान कम नहीं था.
देश एकता की भावना को मजबूती दे रहा- पीएम मोदी
लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह समूचा देश एकता की भावना को मजबूती दे रहा है. रेगिस्तान हो, या हिमालय की चोटियां, समंदर के तट हों या घनी आबादी वाले क्षेत्र, हर तरफ से एक ही जयकारा है- हमारी प्राण से भी प्यारी मातृभूमि का जयगान है.
प्रकृति हम सबकी परीक्षा ले रही -पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि प्रकृति हम सबकी परीक्षा ले रही है. पिछले कुछ दिनों से प्राकृतिक आपदाएं, भूस्खलन, बादल फटना और ना जाने कितनी आपदाएं हम झेल रहे हैं. पीड़ितों के साथ हमारी संवेदना है. राज्य सरकारें और केंद्र सरकार मिलकर बचाव के काम में जुटी है.
पीएम मोदी ने राजघाट पर बापू को दी श्रद्धांजलि
लाला किले पर तिरंगा फहराने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे. यहं पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. थोड़ी देर में वह लाल किला पहुंचेंगे.

पीएम मोदी ने दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा है कि आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. मेरी कामना है कि यह सुअवसर सभी देशवासियों के जीवन में नया जोश और नई स्फूर्ति लेकर आए, जिससे विकसित भारत के निर्माण को नई गति मिले. जय हिंद!
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि यह सुअवसर सभी देशवासियों के जीवन में नया जोश और नई स्फूर्ति लेकर आए, जिससे विकसित भारत के निर्माण को नई गति मिले। जय हिंद!
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2025
भारत 15 अगस्त 2025 को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले से 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे.
लाल किले पर समारोह का कार्यक्रम
सुबह 06:50 बजे: लाल किले पर गार्ड ऑफ ऑनर.
सुबह 06:56–07:00 बजे: वायु सेना, नौसेना, थल सेना और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के प्रमुख पहुंचेंगे.
सुबह 07:18 बजे: प्रधानमंत्री पहुंचे, गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त किया और आगे बढ़े.
07:30 बजे: प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, उसके बाद राष्ट्रगान होता है.और 21 तोपों की सलामी दी जाती है. भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा की.
07:33 बजे: प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन. यह उनका लगातार 12वां स्वतंत्रता दिवस भाषण है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औसतन 82 मिनट तक अपना संबोधन देते रहे हैं. लाल किले की प्राचीर से उनका सबसे लंबा भाषण 2024 में आया था. उस दौरान पीएम मोदी ने 98 मिनट का भाषण दिया था. जबकि उनका सबसे छोटा समय 2017 में 56 मिनट का था.
85 गांवों के सरपंच है स्पेशल गेस्ट
इस बार के समारोह में देशभर के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 85 गांवों के सरपंचों को स्पेशल गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया है. इन सरपंचों को ग्रामीण भारत में स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल, महिला सशक्तिकरण और सतत शासन में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया जाएगा.
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