सामाजिक अपमान से बचाव के लिए WHO ने मंकीपॉक्स वेरिएंट के नए नाम घोषित किए

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को लेकर किसी भी सांस्कृतिक या सामाजिक अपमान से बचाव के लिए नए नामों की घोषणा की

सामाजिक अपमान से बचाव के लिए WHO ने मंकीपॉक्स वेरिएंट के नए नाम घोषित किए

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मौजूदा समय में संक्रमाक मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस के वेरिएंटों के लिए नए नामों की घोषणा की है. डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि, यह किसी को भी सांस्कृतिक या सामाजिक अपपान से बचाव के लिए है. ग्लोबल, हैल्थ एजेंसी डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स के वेरिएंटों को क्लैड्स I, IIa और IIb नाम दिया है. पॉक्स वायरोलॉजी, इवोल्यूशनरी बायोलॉजी के विशेषज्ञों और दुनिया भर के अनुसंधान संस्थानों के प्रतिनिधियों ने मंकीपॉक्स वायरस के ज्ञात नए स्वरूपों या समूहों के फ़ाइलोजेनी और नामकरण की समीक्षा की.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किसी भी सांस्कृतिक या सामाजिक अपपान की स्थिति से बचने के लिए नए नामों की घोषणा की है.

डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि, "नए पहचाने गए वायरस, संबंधित बीमारियों और वायरस वेरिएंट को किसी भी सांस्कृतिक, सामाजिक, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, पेशेवर या जातीय समूहों को अपराध करने से बचाने और व्यापार, यात्रा, पर्यटन पर नकारात्मक असर को कम करने के लिए नए नाम दिए गए हैं." 

डब्ल्यूएचओ की ओर से बुलाई गई दुनिया भर के विशेषज्ञों के एक समूह ने मंकीपॉक्स वायरस वेरिएंट के लिए नए नामों पर सहमति व्यक्त की है. डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा है कि नामकरण में रोमन अंकों का उपयोग किया गया है.

बयान में कहा गया है कि, "समूह वायरस ग्रुपों के नए नामकरण पर आम सहमति पर पहुंच गया. वे इस बात पर सहमत हुए कि वायरस के ग्रुपों को कैसे दर्ज किया जाना चाहिए और जीनोम सीक्वेंस रिपोसीटरी साइटों पर क्लासीफाइड किया जाना चाहिए."

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, "पूर्व कांगो बेसिन (मध्य अफ़्रीकी) क्लैड को क्लैड वन (I) और पूर्व पश्चिम अफ़्रीकी क्लैड को क्लैड टू (II) के रूप में पहचाने जाने पर सहमति बनी. इसके अतिरिक्त इस पर भी सहमति बनी कि दो उपवर्ग क्लैड II में शामिल होंगे."

गौरतलब है कि पिछले माह अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से मंकीपॉक्स वायरस का नाम बदलने के लिए कहा था, ताकि इससे पीड़ित रोगियों को दागदार न माना जाए और बाद में वे देखभाल की जरूरत से मुंह न मोड़ लें. डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हैल्थ इमरजेंसी घोषित की है. न्यूयॉर्क में इस बीमारी के अधिक मामले देखे गए हैं. 

न्यूयॉर्क शहर के पब्लिक हैल्थ कमिश्नर अश्विन वासन ने डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस को पत्र लिखा था. उन्होंने इस पत्र में कहा था कि, "हमें 'मंकीपॉक्स' वायरस के संभावित विनाशकारी प्रभावों और समुदाय में इसको लेकर जाने वाले कलंककारी संदेशों को लेकर चिंता है. कमजोर समुदायों पर इसके बुरे प्रभाव पड़ सकते हैं." 

डब्ल्यूएचओ ने इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वायरस का नाम बदलने की विचार रखा था. वासन ने अपने पत्र में उस प्रस्ताव का जिक्र किया है. वासन ने "दर्दनाक और नस्लवादी इतिहास का संदर्भ दिया, जिसमें (मंकीपॉक्स) जैसी टर्मिनोलॉजी समुदायों के रंग संबंधित है."

इस बीच, दिल्ली में मंकीपॉक्स का पांचवा मामला सामने आया है. एक 22 वर्षीय अफ्रीकी महिला वायरस से संक्रमित मिली है. यह महिला एक महीने पहले नाइजीरिया गई थी. उसे दो दिन पहले एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शुक्रवार को रात में उसकी रिपोर्ट आई. वह राष्ट्रीय राजधानी में इस वायरस से संक्रमित पाई जाने वाली दूसरी महिला है.

दो महिलाओं सहित चार मंकीपॉक्स संक्रमित लोगों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हैल्थ इमरजेंसी घोषित की थी.

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