वाशिंगटन:
आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने उम्मीद जाहिर की है कि तिब्बत को लेकर यथा स्थिति लंबे समय तक नहीं बनी रहेगी क्योंकि चीन के साथ रहते हुए तिब्बत के लिए वृहद स्वायत्तता की मांग को साम्यवादी देश की जनता का समर्थन है। पिछले सप्ताह अपना 76वां जन्मदिन मना चुके दलाई लामा ने एक साक्षात्कार में रेडियो फ्री एशिया (आरएफए) को बताया, इस तरह की स्थित लंबे समय तक नहीं रहेगी। देर-सबेर इस हकीकत का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, साल दर साल, लोकतंत्र, कानून का राज, स्वतंत्र सूचनाओं की मांग में वृद्धि हुई है। दलाई लामा ने हालांकि यह भी कहा कि यह कोई नहीं जानता कि यह स्थिति कब तक बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि चीनी जनता तिब्बत की वृहत स्वायतता की मांग का समर्थन करती है क्योंकि तिब्बती संघर्ष अहिंसा और तिब्बत के चीन के साथ बने रहने के सिद्धांत पर आधारित है। दलाई लामा के मध्य मार्ग अपनाते हुए तिब्बत के लिए वृहत स्वायत्तता की मांग किए जाने की युवा तिब्बतियों द्वारा आलोचना किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सवाल हाल ही में चुने गये निर्वासित तिब्बत सरकार के राजनीतिक नेतृत्व के समक्ष रखा जाना चाहिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
तिब्बत, दलाई लामा, चीन