
ईरान के एक परमाणु वार्ताकार ने गुरुवार को कहा कि परमाणु मुद्दे से संबंधित बातचीत में बड़े मतभेद बरकार हैं और अंतिम समझौते तक पहुंचने की राह अभी भी कठिन है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ईरानी प्रतिनिधियों और पी5 प्लस1 (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य और जर्मनी) के तीन यूरोपीय सदस्यों ने गुरुवार को वियना में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मुलाकात की और न्यूयॉर्क में होने वाली बातचीत के संबंध में अपने विचार साझा किए।
बैठक के बाद ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने संवाददाताओं को बताया कि ईरान को नवंबर के अंत तक अंतिम समझौते तक पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन चूंकि अभी भी बहुत से मतभेद हैं, इसलिए वार्ता कठिन होगी।
अराकची ने कहा, "हम हमेशा आशावादी हैं, लेकिन हमारी राह मुश्किल है।"
ईरान और पी5प्लस1 के वरिष्ठ कूटनीतिज्ञों ने तेहरान के विवादास्पद परमाणु मुद्दे का समाधान खोजने के लिए इस साल वियना में कई चरणों में हुई वार्ताओं में भाग लिया था। हालांकि वार्ताएं मतभेदों, खासतौर से यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम के मुद्दों का समाधान खोजने में विफल रही थीं।
पिछले साल नवंबर में जेनेवा में हुए एक समझौते के तहत ईरान पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों में छूट मिलने के बदले अपनी कुछ परमाणु गतिविधियों को रोकने के लिए सहमत हुआ था।
अंतिम समझौते के लिए समय-सीमा बढ़ाकर इस साल नवंबर तक कर दी गई थी।
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