काबुल:
तालिबान लड़कों ने अफगानिस्तान के दक्षिण में हेलमंद प्रांत में गाड़ियों को रोककर कम से कम 25 लोगों को अगवा कर लिया। यह जानकारी देते हुए अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पिछले कुछ हफ्ते से आतंकियों की हाईवे पर अपहरण की गतिविधियां लगातार जारी है। हेलमंद के गवर्नर ओमर ज्वाक ने कहा कि काबुल के दक्षिण में गेरेश्क शहर में पास हाईवे पर अतंकियों समूह के लड़ाकों ने 18 औरतों और बच्चों को छोड़ने के बाद कई बसों और कारों को रोक लिया और करीब 25 आदमियों को पकड़ लिया। पुलिस और सेना अगवा हुए इन लोगों की तलाश कर रही है।
तालिबान ने ली है 27 लोगों के अगवा करने की जिम्मेदारी
तालिबान के प्रवक्ता कारी युसुफ अहमदी ने एक बयान में बताया, "तीन बसों से 27 लोगों को उठाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। जो लोग निर्दोष हैं उन्हें छोड़ दिया गया है लेकिन जो काबुल की सुरक्षाबलों के लिए काम कर रहे हैं उन्हें इस्लामिक अमीरात के कोर्ट में पेश किया जाएगा।" अपहरण की घटनाएं देश के अन्य भागों में भी हो रहीं हैं जिससे लोगों का बड़े हाईवे जैसी सड़कों पर आना जाना मुश्किल हो रहा है।
मई से अब तक करीब 200 लोगों को अगवा किया जा चुका है
इससे पहले मई से अब तक करीब 200 लोगों का सड़कों से अपहरण हो चुका है जिसमें से कम से कम 21 लोगों को उत्तरी और पूर्वी अफगानिस्तान में मार डाला जा चुका है।ऐसी घटनाओं की वजह से अधिकारी और यात्री सरकार की नाटो समर्थित रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं जिसमें तालिबान से लड़ने के लिए सुरक्षा चौकियाों से सैनिकों की संख्या कम की जा रही हैं ।
सोमवार को ही तालिबान हमले में बीस से ज्यादा लोग मारे गए हैं
पिछले महीने ही अपने नेता मुल्ला अख्तर मंसूर के अमेरिकी हमले में मारे जाने के बाद नए नेता मुल्ला हैबतुल्लाह की अगुवाई में तालिबान की आतंकी गतिविधियों में कमी आई है। सोमवार को ही काबुल और बदख्शान प्रांत में तालिबान के अलग अलग बम हमलों में बीस से भी ज्यादा लोग मारे गए थे
तालिबान ने ली है 27 लोगों के अगवा करने की जिम्मेदारी
तालिबान के प्रवक्ता कारी युसुफ अहमदी ने एक बयान में बताया, "तीन बसों से 27 लोगों को उठाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। जो लोग निर्दोष हैं उन्हें छोड़ दिया गया है लेकिन जो काबुल की सुरक्षाबलों के लिए काम कर रहे हैं उन्हें इस्लामिक अमीरात के कोर्ट में पेश किया जाएगा।" अपहरण की घटनाएं देश के अन्य भागों में भी हो रहीं हैं जिससे लोगों का बड़े हाईवे जैसी सड़कों पर आना जाना मुश्किल हो रहा है।
मई से अब तक करीब 200 लोगों को अगवा किया जा चुका है
इससे पहले मई से अब तक करीब 200 लोगों का सड़कों से अपहरण हो चुका है जिसमें से कम से कम 21 लोगों को उत्तरी और पूर्वी अफगानिस्तान में मार डाला जा चुका है।ऐसी घटनाओं की वजह से अधिकारी और यात्री सरकार की नाटो समर्थित रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं जिसमें तालिबान से लड़ने के लिए सुरक्षा चौकियाों से सैनिकों की संख्या कम की जा रही हैं ।
सोमवार को ही तालिबान हमले में बीस से ज्यादा लोग मारे गए हैं
पिछले महीने ही अपने नेता मुल्ला अख्तर मंसूर के अमेरिकी हमले में मारे जाने के बाद नए नेता मुल्ला हैबतुल्लाह की अगुवाई में तालिबान की आतंकी गतिविधियों में कमी आई है। सोमवार को ही काबुल और बदख्शान प्रांत में तालिबान के अलग अलग बम हमलों में बीस से भी ज्यादा लोग मारे गए थे