श्रीलंका ने रविवार को ईस्टर के मौके पर देश में सबसे भयानक आतंकी हमले में 350 से अधिक लोगों के मारे जाने और 500 से अधिक लोगों के घायल होने के बाद ड्रोनों और मानव रहित विमानों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है.
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने कहा कि प्रतिबंध अगली सूचना तक लागू रहेगा. कोलंबो गजट ने खबर दी है कि श्रीलंका के हवाई क्षेत्र में ड्रोनों और मानव रहित विमानों के इस्तेमाल पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया गया है.
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सीएए ने बताया कि देश में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इस बीच, प्रशासन लगातार, सेना की मदद से तलाश अभियान चला रहा है और रातभर में कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. देश में घातक हमले के सिलसिले में अब तक 75 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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माना जा रहा है कि एक स्थानीय इस्लामी चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के नौ आत्मघाती सदस्यों ने तीन चर्चों और तीन लक्जरी होटलों में विस्फोट किया. अधिकारियों के मुताबिक, हमलों में 359 लोग मारे गये और 500 अन्य घायल हुए हैं.
गिरफ्तार किये गये अधिकांश लोगों का बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार माने जा रहे एनटीजे के साथ संबंध होने का संदेह है. हालांकि, एनटीजे ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है.
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