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धरती पर उतरते स्पेसक्राफ्ट बन जाएगा आग का गोला- फिर भी सुनीता रहेंगी बिल्कुल सेफ, ‘ड्रैगन’ किस चीज का बना है?

Sunita Williams return: क्या आप जानते हैं जब अंतरिक्ष से कोई स्पेसक्राफ्ट वापस धरती पर लौटता है तब क्या होता है?

धरती पर उतरते स्पेसक्राफ्ट बन जाएगा आग का गोला- फिर भी सुनीता रहेंगी बिल्कुल सेफ, ‘ड्रैगन’ किस चीज का बना है?

क्या आप जानते हैं जब अंतरिक्ष से कोई स्पेसक्राफ्ट वापस धरती पर लौटता है तब क्या होता है? 28000 कि.मी प्रति घंटे की रफ्तार होती है. स्पेसक्राफ्ट आग का गोला बन जाता है. उसे 3,500 डिग्री फैरनहाइट तक के तापमान का सामना करना पड़ता है. अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों पर धरती के गुरुत्वाकर्षण बल से चार गुना ज्यादा फोर्स लगता है. यह सब सफलतापूर्वक करने के लिए जरूरत होती है दुनिया की सबसे एडवांस तकनीक की. यहां एक भी चूक भारी पड़ सकती है. आप पूछेंगे कि हम यह आपको क्यों बता रहे हैं. दरअसल भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स धरती के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से निकल चुकी हैं.

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले 9 महीनों से अंतरिक्ष में फंसे थे जबकि वो केवल 10 दिन के मिशन के लिए गए थे. अब यह जोड़ी स्पेस स्टेशन पर मौजूद दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वापस आ रही है. इन्हें जो स्पेसक्राफ्ट वापस धरती पर ला रहा है वह एलन मस्क की स्पेस एजेंसी SpaceX का बनाया ड्रैगन अंतरिक्ष यान है.

चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट बना किस चीज का होता है जो धरती के वायुमंडल या एटमॉस्फेयर में आते समय आग के गोले में बदलने के बावजूद अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों को पूरी तरह सुरक्षित रखता है. 

पहले प्वाइंटर्स में आपको ड्रैगन अंतरिक्ष यान की खासियत बताते हैं-

  • SpaceX के अनुसार ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने अबतक 49 मिशन पूरे किए हैं. 44 बार यह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गया है. 29 बार इसने धरती पर वापस आने के बाद फिर से अंतरिक्ष की यात्रा की है.
  • ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट 7 यात्रियों को धरती की कक्षा यानी ऑर्बिट से और उससे आगे तक ले जाने में सक्षम है.
  • यह न सिर्फ अंतरिक्ष में जाता है बल्कि यह वापस भी आता है और इसे फिर से इस्तेमाल भी किया जा सकता है. 
  • ड्रैगन में ड्रेको थ्रस्टर्स लगे हैं जो ड्रैगन को किसी ऑर्बिट में रहने के दौरान दिशा बदलने करने की अनुमति देते हैं. इसमें कल 8 सुपरड्रेकोज हैं जो अंतरिक्ष यान के लॉन्च एस्केप सिस्टम को शक्ति प्रदान करते हैं.
ड्रैगन किस चीज का बना है?

ड्रैगन कैप्सूल कई अगल-अलग मैटेरियल से बना है. इनमें से हरेक को उसके खास गुणों और उससे होने वाले लाभ के लिए चुना गया है:

कार्बन फाइबर रिइंफोर्स्ड पॉलिमर(CFRP): ड्रैगन कैप्सूल का प्राइमरी स्ट्रक्चर CFRP से बना है, इसमें वजन के अनुपात में असाधारण ताकत होती है, इसमें इरोजन यानी संक्षारण को रोकने की शक्ति होती है और यह कैप्सूल को स्थायित्व प्रदान करती है.

एल्यूमीनियम मिश्र धातु (एलॉय): इसके कुछ पार्ट, जैसे कैप्सूल का फ्रेम और कुछ संरचनात्मक तत्व, उच्च शक्ति वाले एल्यूमीनियम मिश्र धातु (जैसे, 2219 और 6061) से बने होते हैं.

टाइटेनियम मिश्र धातु: टाइटेनियम मिश्र धातु (उदाहरण के लिए, Ti-6Al-4V) का उपयोग उन पार्ट को बनाने के लिए किया जाता है जिनके लिए उच्च शक्ति, कम घनत्व और संक्षारण प्रतिरोध की आवश्यकता होती है, जैसे फास्टनरों और फिटिंग.

थर्मल प्रोटेक्शन सिस्टम (TPS): ड्रैगन कैप्सूल की हीट शील्ड PICA-X नामक एक मैटेरियल से बनी है, जो फेनोलिक इंप्रेग्नेटेड कार्बन एब्लेटर (PICA) मैटेरियल का एक प्रकार है. PICA-X धरकी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश के दौरान आग के गोले में बदलने के बावजूद थर्मल सुरक्षा प्रदान करता है.

मल्टीलेयर इंसुलेशन (MLI): कैप्सूल के बाहरी हिस्से को MLI कंबल से लपेटा गया है, जिसमें कम-चालकता (कंडक्टिविटी) वाले स्पेसर द्वारा अलग किए गए रिफ्लेक्टिव मैटेरियल (जैसे, एल्युमिनाइज्ड मायलर) की कई परतें शामिल हैं. MLI हीट के ट्रांसफर को कम करने और स्थिर आंतरिक तापमान बनाए रखने में मदद करता है.

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