अमेरिका के टेक्सास स्थित एक सैन्य शिविर में एक सैनिक ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें तीन लोग मारे गए और 16 लोग घायल हो गए। इसके बाद सैनिक ने अपनी भी जान ले ली। वर्ष 2009 में भी यहां ऐसी ही एक घटना हुई थी, जिसमें 13 लोग मारे गए थे।
बंदूकधारी की पहचान 34-वर्षीय इवान लोपेज के रूप में हुई है। लोपेज ने फोर्ट हुड सैन्य शिविर में दो जगहों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिनमें मेडिकल ब्रिगेड की एक इमारत और ट्रांसपोर्टेशन बटालियन का एक प्रतिष्ठान शामिल है। गोलीबारी को देखते हुए अधिकारियों ने वहां पर बंदी के आदेश दिए।
सैन्य शिविर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मार्क मिले ने कहा कि संदिग्ध सैनिक पहले इराक में तैनात था, उसे व्यवहारात्मक स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं थीं। उन्होंने कहा कि गोलीबारी के उद्देश्य का पता नहीं चला है। मिले ने कहा, इस घटना का आतंकवाद से संबंध होने का कोई संकेत नहीं मिला है। हालांकि हम किसी भी चीज को खारिज नहीं कर रहे।
मिले ने कहा कि गोलीबारी मेडिकल ब्रिगेड की इमारत में शुरू हुई। इसके बाद संदिग्ध ट्रांसपोर्ट बटालियन की तरफ कार से गया। उन्होंने कहा कि एक सैन्य पुलिस अधिकारी ने संदिग्ध को रोका, जिसके बाद उसने सिर में गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गई।
मिले ने कहा कि संदिग्ध के पास से .45 क्षमता की स्मिथ एंड वेसन सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल बरामद हुई, जो उसने हाल में एक स्थानीय इलाके से खरीदी थी। शिविर में इस पिस्तौल का पंजीकरण नहीं कराया था, जो कि जरूरी था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं