
इस्लामाबाद:
पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के पेशावर में एक सिख व्यक्ति के अपहरण और एक अन्य की हत्या के बाद अल्पसंख्यक समुदाय में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है।
प्राकृतिक दवाइयों के विक्रेता मोहिंदर सिंह का पिछले नवंबर खैबर कबाइली इलाके से अपहरण हो गया। पिछले महीने उनका क्षत-विक्षत शव एक सुनसान इलाके से बरामद किया गया।
पिछले हफ्ते पेशावर के बाहरी इलाके कायदाबाद स्थित अपने आवास से 40 साल के कपड़ा व्यवसायी राघबीर सिंह को अपहरणकर्ता उठा ले गए।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि चार बच्चों के पिता सिंह गुरुद्वारा से घर लौट रहे थे जब हथियारबंद अपहरणकर्ताओं ने उन्हें अगवा कर लिया।
द न्यूज की खबर में पूर्व उप-एटॉर्नी जनरल खुर्शीद खान ने कहा, सिख समुदाय दोनों घटनाओं को लेकर परेशान है। राघवीर सिंह के बारे में पता गाने के लिए उन्होंने कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों का रुख किया है, लेकिन फिलहाल कोई सफलता हाथ नही लगी है। खान के सिखों के साथ करीबी संपर्क हैं और वह अक्सर गुरुद्वारों में ‘सेवा’ देते हैं। उन्होंने पेशावर में सिख मठ का दौरा किया और मोहिंदर सिंह की हत्या और राघवीर सिंह के अपहरण को लेकर समुदाय के 200 बुजुर्गों से मुलाकात की अपनी सहानुभूति जताई।
पेशावर और खासतौर से डाबगरी इलाके में करीब 3000 सिख रहते हैं जबकि खैबर पंख्तुनख्वा प्रांत और खैबर, औरकजई कबाइली क्षेत्रों के अन्य जिलों में सैंकड़ों सिख रहते हैं। सिख समुदाय के सदस्यों ने कहा कि अपहरण की घटना को लेकर उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई है, लेकिन मामले में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।
समुदाय के बुजुर्गों ने खैबर पंख्तुनख्वा के मुख्यमंत्री के सलाहकार हारून बिलौर से मुलाकात की और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए मदद की गुहार लगाई। बिलौर ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह मामले को संबंधित सरकारी एजेंसी के समक्ष उठाएंगे।
प्राकृतिक दवाइयों के विक्रेता मोहिंदर सिंह का पिछले नवंबर खैबर कबाइली इलाके से अपहरण हो गया। पिछले महीने उनका क्षत-विक्षत शव एक सुनसान इलाके से बरामद किया गया।
पिछले हफ्ते पेशावर के बाहरी इलाके कायदाबाद स्थित अपने आवास से 40 साल के कपड़ा व्यवसायी राघबीर सिंह को अपहरणकर्ता उठा ले गए।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि चार बच्चों के पिता सिंह गुरुद्वारा से घर लौट रहे थे जब हथियारबंद अपहरणकर्ताओं ने उन्हें अगवा कर लिया।
द न्यूज की खबर में पूर्व उप-एटॉर्नी जनरल खुर्शीद खान ने कहा, सिख समुदाय दोनों घटनाओं को लेकर परेशान है। राघवीर सिंह के बारे में पता गाने के लिए उन्होंने कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों का रुख किया है, लेकिन फिलहाल कोई सफलता हाथ नही लगी है। खान के सिखों के साथ करीबी संपर्क हैं और वह अक्सर गुरुद्वारों में ‘सेवा’ देते हैं। उन्होंने पेशावर में सिख मठ का दौरा किया और मोहिंदर सिंह की हत्या और राघवीर सिंह के अपहरण को लेकर समुदाय के 200 बुजुर्गों से मुलाकात की अपनी सहानुभूति जताई।
पेशावर और खासतौर से डाबगरी इलाके में करीब 3000 सिख रहते हैं जबकि खैबर पंख्तुनख्वा प्रांत और खैबर, औरकजई कबाइली क्षेत्रों के अन्य जिलों में सैंकड़ों सिख रहते हैं। सिख समुदाय के सदस्यों ने कहा कि अपहरण की घटना को लेकर उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई है, लेकिन मामले में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।
समुदाय के बुजुर्गों ने खैबर पंख्तुनख्वा के मुख्यमंत्री के सलाहकार हारून बिलौर से मुलाकात की और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए मदद की गुहार लगाई। बिलौर ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह मामले को संबंधित सरकारी एजेंसी के समक्ष उठाएंगे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं