लॉस एंजिलिस:
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें शनि के सबसे बड़े चंद्रमा पर मीथेन से भरी झील और कई तालाबों की मौजूदगी के बारे में संकेत मिले हैं।
लंबे समय से यह माना जाता रहा है कि उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में तरल क्षेत्र की मौजूदगी नहीं हो सकती है, क्योंकि उनका वाष्पीकरण हो जाएगा।
एरिजोना विश्वविद्यालय के नक्षत्र वैज्ञानिक और खोज दल के नेतृत्वकर्ता कैटजहल ग्रिफीथ ने बताया कि यह खोज पूरी तरह से अप्रत्याशित है, क्योंकि झीलें उष्णकटिबंधीय अक्षांशों में स्थिर नहीं हैं।
लंबे समय से यह माना जाता रहा है कि उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में तरल क्षेत्र की मौजूदगी नहीं हो सकती है, क्योंकि उनका वाष्पीकरण हो जाएगा।
एरिजोना विश्वविद्यालय के नक्षत्र वैज्ञानिक और खोज दल के नेतृत्वकर्ता कैटजहल ग्रिफीथ ने बताया कि यह खोज पूरी तरह से अप्रत्याशित है, क्योंकि झीलें उष्णकटिबंधीय अक्षांशों में स्थिर नहीं हैं।
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