सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने कहा कि उसके अहम तेल उद्योग पर हाल में हुए हमलों के बाद ईरान की ओर से पेश खतरों को देखते हुए वह दक्षिण एशिया जलक्षेत्र को महफूज़ रखने के लिए अमेरिका-नीत गठबंधन में शामिल हो गया है.
सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा संगठन में शामिल होने का निर्णय अमेरिका के विदेशमंत्री माइक पॉम्पियो की वहां होने वाली यात्रा के ठीक पहले लिया है.
सऊदी अरब के अधिकारियों ने अपने तेल क्षेत्र पर हाल ही में हुए हमले में प्रयुक्त हथियारों के बारे में अलग से ब्योरा देने की योजना बनाई है. यमन के ईरान-समर्थित हुती विद्रोहियों ने तेल क्षेत्र पर शनिवार को हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है, लेकिन अमेरिका और सऊदी अरब को संदेह है कि यह हमला ईरान ने किया है. वहीं ईरान ने इन आरोपों से इंकार किया है.
सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि देश 'इंटरनेशनल मैरिटाइम सिक्योरिटी कंस्ट्रक्ट' में शामिल हो गया है. ऑस्ट्रेलिया, बहरीन और ब्रिटेन पहले ही इस संगठन से जुड़े हुए हैं.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं