अमेरिका (US) में मौजूद रूस के दूतावास (Russian embassy) ने कहा है कि यूक्रेन (Ukraine) को लेकर अगर अमेरिका कोई प्रतिबंध लगाता है तो ऐसे में रूस पीछे नहीं हटेगा नहीं. रूस और अमेरिका के वरिष्ठ राजनायिकों के बीच फोन पर बातचीत से पहले रूस का यह बयान आया. रूसी दूतावास की तरफ से फेसबुक पर कहा गया, "हम पीछे नहीं हट रहे और हम चौकन्ने हैं, हम अमेरिका की प्रतिबंधों की धमकियां भी सुन रहे हैं. रूस नहीं अमेरिका तनाव पैदा कर रहा है."
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) और अमेरिका को विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (Antony Blinken ) मंगलवार को यूक्रेन के मामले पर एक बार फिर फोन पर बात करेंगे. अमेरिका की तरफ से रूस पर यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी का आरोप लगाने के बाद दोनों देशों के बीच हाल ही में तनाव बेहद बढ़ गया है.
इससे पहले सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से कहा गया था कि अगर रूस यूक्रेन पर कोई भी हमला करता है तो वो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर के करीबियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) कई बार पुतिन को यूक्रेन पर हमला करने की सूरत में पश्चिमी देशों के बड़े एकजुट हमले की चेतावनी दे चुके हैं. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर करीब 1 लाख सैनिक तैनात किए हैं. पश्चिमी देशों को लगता है कि यह यूक्रेन पर हमले की तैयारी है.
रूसी दूतावास ने यह भी कहा कि "उसके सैनिक किसी के लिए खतरा नहीं हैं" और यह रूस का "संप्रभु अधिकार" है कि वो अपनी सीमाओं में अपनी सेना को कहीं भी भेज सकता है.
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इससे पहले पूर्वी यूरोप( Eastern Europe) के देश यूक्रेन (Ukraine) पर रूस के हमले (Russian Attack) की चिंताओं के बीच अमेरिका (US) ने एक बार फिर कहा यूक्रेन की सीमाओं पर रूसी सेनाएं एक खतरा हैं.
वहीं यूक्रेन और रूस दोनों ही देश "हमले के डर का माहौल" बनाने के पक्ष में नहीं हैं. यूक्रेन की सीमाओं के पास एक लाख सैनिकों के जमावड़े के बीच यूक्रेन संकट पर चर्चा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की 15 सदस्यीय परिषद (UN Security Council) की एक बैठक हुई.
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वेस्ली नेबेन्ज़िया (Vasily Nebenzya) ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में बहस करवा कर "बिना मतलब के विवाद" को बढ़ावा दे रहा है.
यूक्रेन के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में हुई बहस का बचाव करते हुए अमेरिका की प्रतिनिधि लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड (Linda Thomas-Greenfield) ने कहा कि यूक्रेन की सीमा पर रूस की तरफ से एक लाख सैनिकों की तैनाती सुरक्षा परिषद में यूक्रेन मुद्दे पर बहस को उचित ठहराती है. ब्लिंकन और लावरोव की बातचीत से पहले रूस ने अमेरिका को यूक्रेन को लेकर अपने रूख पर एक पत्र भी भेजा था.
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