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This Article is From Jan 29, 2022

Ukraine की सेना को ब्रिटेन ने दिए हथियार, "ख़ून-ख़राबा" रोकने को होगी पुतिन से बात

ब्रिटेन ने इससे पहले कहा था कि वो यूक्रेन को हल्के एंटी आर्मर डिफेंसिव हथियार देगा और सेना को ट्रेनिंग भी देगा. साथ ही कहा गया कि ये रणनीतिक हथियार नहीं हैं और केवल आत्मरक्षा के लिए इनका प्रयोग किया जाएगा. 

Ukraine की सेना को ब्रिटेन ने दिए हथियार, "ख़ून-ख़राबा" रोकने को होगी पुतिन से बात
ब्रिटेन की तरफ़ से यूक्रेन को आत्मरक्षा के लिए हथियार देने की वादा किया गया था
यावोरिव, यूक्रेन:

यूक्रेनी सेना (Ukraine Army) रूसी हमले (Russian Attack) की आशंकाओं के बीच शुक्रवार को ब्रिटेन (UK) के नए हथियारों के साथ अभ्यास किया. ब्रिटेन ने यूक्रेन से वादा किया था कि वो यूक्रेन को हल्के रक्षात्मक हथियारों (Light defensive arms) की आपूर्ती करेगा. यूक्रेनी सेना ने ब्रिटेन की तरफ से दिए गए एंटी टैंक लॉन्चर्स (Anti Tank Launchers) के साथ सैन्य अभ्यास किया. पश्चिमी देश यूक्रेन को रूसी हमले के खिलाफ आत्मरक्षा के लिए तैयार कर रहे हैं. रूस ने पूर्व सोवियत देश यूक्रेन की सीमा पर करीब एक लाख सैनिक तैनात कर दिए हैं.

यूक्रेन नाटो (NATO) में शामिल होना चाहता है जबकि रूस पश्चिमी देशों की तरफ से नई सुरक्षा गारंटी की मांग कर रहा है जिसे लेकर बात होनी है. 

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ब्रिटेन ने इससे पहले कहा था कि वो यूक्रेन को हल्के एंटी आर्मर डिफेंसिव हथियार देगा और सेना को ट्रेनिंग भी देगा. साथ ही कहा गया कि ये रणनीतिक हथियार नहीं हैं और केवल आत्मरक्षा के लिए इनका प्रयोग किया जाएगा. 

ब्रिटेन और अमेरिका ने यूक्रेन को इस महीने हथियारों की आपूर्ती बढ़ा दी है और वहां से अपने राजदूतों को भी वापस बुला लिया है. यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को एक बार फिर रूस के साथ किसी पूर्ण युद्ध की संभावना से इंकार तो नहीं किया अमेरिका और मीडिया पर घबराहट बढ़ाने का आरोप लगाया जबकि सड़कों पर कोई टैंक नहीं हैं.  

उनका यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि नाटो ने रूस की मुख्य सुरक्षा डिमांड नहीं मानी लेकिन वो बातचीच के लिए तैयार हैं.  रूस ने 2014 में यूक्रेन की सरकार के विरोध में उतरे विद्रेहियों का साथ देकर क्रीमिया को यूक्रेन से छीन लिया था. इसमें  करीब 15,000 लोग मारे गए थे.   

इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने यूक्रेन के संकट को हल करने के लिए कूटनीतिक प्रयास भी तेज़ कर दिए हैं. बोरिस जॉन्सन अगले हफ्ते यूक्रेन में "खून-ख़राबा" रोकने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात करेंगे.  

अमेरिका और ब्रिटेन दोनों को लगता है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. जॉन्सन ने चेतावनी दी है कि अगर रूस हमला करता है तो ऐसी तबाही मचेगी जिसमें कोई नहीं जीतेगा. 

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