यूक्रेन (Ukraine) में अब रूस (Russia) की सेना के टैंक (Tank) और सैन्य वाहन चारों ओर घूम रहे हैं. यूक्रेन और रूस के बीच लगभग 14 दिन पहले युद्ध शुरू हुआ. रूस के सभी टैंकों और गाड़ियों पर "Z" का निशान लगा हुआ नज़र आ रहा है. सोशल मीडिया पर सफेद "Z" लिखी तस्वीरें शेयर हो रही हैं. इस "Z" को एक मोटे ब्रशस्ट्रोक से लिखा गया है. इतना ही नहीं विशेष रूप से रूस का समर्थन कर रहे कई प्रदर्शनकारी भी अपनी टी-शर्ट पर भी "Z" का निशान लिखवा रहे हैं.
आखिर इस "Z" चिन्ह का क्या मतलब है?
गैलिना स्टारोवोइटोवा (Galina Starovoitova) के फैलो कामिल गालेव (Kamil Galeev) ट्विटर पर लिखते हैं कि "Z" एक अक्षर है जिसे रूस की सेना यूक्रेन जाने वाले अपने वाहनों और टैंकों पर लगा रही है. कुछ लोग इस "Z" अक्षर को Za Pobedy" बोल रहे हैं इसका मतलब है-जीत के लिए, जबकि सोशल मीडिया पर कई लोग इसका अर्थ- Zapad यानि पश्चिम बता रहे हैं. कामिल ने कहा, "Z" कुछ दिनों पहले ही प्रकाश में आया. यह निशान रूस की नयी विचारधारा और राष्ट्रीय पहचान का प्रतीक बन गया है.
"Z" is a letter that Russian Military are putting on their vehicles departing to Ukraine. Some interpret "Z" as "Za pobedy" (for victory). Others - as "Zapad" (West). Anyway, this symbol invented just a few days ago became a symbol of new Russian ideology and national identity pic.twitter.com/iWuBPhhdEb
— Kamil Galeev (@kamilkazani) March 6, 2022
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार "Z" प्रतीक का कई लोग समर्थन कर रहे हैं. रूस के कई नागरिक और व्यापारी बिना किसी दबाव या ज़ोर जबदस्ती के अपनी कारों पर "Z" का निशान लगा रहे हैं. अन्य पर्यवेक्षकों ने कहा कि इससे रूस की सेना को लड़ाई के मैदान में अपनी गाड़ियों की पहचान करने में आसानी होती है. नुकसान से बचने के लिए संकेत के रूप में इसका इस्तेमाल होता है.
पिछले महीने, रक्षा थिंक टैंक RUSI के पूर्व निदेशक प्रोफेसर माइकल क्लार्क ( Michael Clarke) ने स्काई न्यूज को बताया था कि ये प्रतीक सेना की यूनिट या वाहनों की लोकेशन के बारे में भी जानकारी देते हैं.
"Z" को पहली बार कब देखा गया था?
"Z" प्रतीक को पहली बार 22 फरवरी को डोनेट्स्क (Donetsk) क्षेत्र में प्रवेश करने वाले रूस के सैन्य वाहनों पर देखा गया था. कई ट्वीट्स में दवा किया गया है कि ये निशान सेना को पहचानने का एक तरीका हो सकते हैं. द इंडिपेंडेंट के अनुसार, 2014 में जब रूस ने क्रीमिया पर कब्ज़ा किया था उस दौरान भी सेना की गाड़ियों पर "Z" लिखा दिखाई दिया था.
यूक्रेन युद्ध में क्या और कोई निशान भी प्रयोग में हैं?
"Z" के अलावा, रूस के सैन्य वाहनों पर एक त्रिभुज भी उकेरा गया हैं. इस त्रिभुज के दोनों ओर दो रेखाएँ (Lines) हैं. इसके अलावा एक गोला बना हुआ है. इस वृत्त या गोले के भीतर तीन बिंदु हैं. एक और निशान बड़ा त्रिभुज है. उसके अंदर एक और छोटा त्रिभुज बना हुआ है.रूस की सेना ने आधिकारिक तौर पर इन प्रतीकों के बारे में कुछ नहीं कहा है.
यूक्रेन में ताजा हालात क्या हैं?
रूस ने बमबारी में फंसे यूक्रेन के नागरिकों की गाड़ियों को लड़ाई वाले इलाक़ों से बाहर निकलने के लिए नया सुरक्षित रास्ता यानी Human Corridor देने की घोषणा की है. लेकिन यूक्रेन ने रूस की ये घोषणा ख़ारिज कर दी है.
यूक्रेन ने चेतावनी दी है कि रूस फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां और दूसरे पश्चिमी नेताओं को भ्रम में डालना चाहता है. रूस ने जिन बचाव रास्तों की घोषणा की थी वो रूस और बेलारूस की तरफ जाने वाले थे.
रूस के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस बीच बेलारूस में यूक्रेन के वार्ताकारों से तीसरे दौर की वार्ता की. यूक्रेन पर रूस के हमले को अब 13 दिन हो चुके हैं. इस बीच करीब 17 लाख लोगों ने यूक्रेन से पलायन किया है. संयुक्त राष्ट्र ने इसे दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बताया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं