यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने रूस पर कब्जा किए गए दक्षिणी इलाकों खेरसन और जापोरिझझिया (Kherson and Zaporizhzhia) में "झूठा स्वतंत्रता जनमत" (Sham Independence Vote) कराने की योजना बनाने का आरोप लगाया है. गुरुवार शाम एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने कब्जे वाले इन इलाकों के निवासियों को अपनी निजी जानकारी जैसे पासपोर्ट नंबर वगैहरा रूसी सेना को ना देने की अपील की है. अगर रूस से ऐसा कोई आदेश आता है तो "यह आपकी मदद के लिए नहीं है"...यह आपकी ज़मीन के बारे में यह कथित झूठा जनमत संग्रह के लिए है.
"यह सच है. सावधान रहें". रूस ने मार्च की शुरुआत में रूस पर 2014 के क्रीमिया जनमत संग्रह की तरह खेरसन में भी जनमत संग्रह करवाने की योजना बनाने का आरोप लगाया था. इसमें बड़े पैमाने पर स्थानीय निवासियों ने रूस के साथ जुड़ने के लिए वोट दिया था. क्रीमिया पर कब्जे के बाद रूस की तरफ से जो वोट करवाया गया था, उसे यूक्रेन की सरकार और पश्चिमी देशों ने अवैध बताते हुए निंदा की थी.
पूर्वी यूक्रेन के रूस समर्थक इलाकों दोनेत्सक और लुहांस्क ने भी जनमत संग्रह के आधार पर खुद को स्वतंत्र घोषित कर दिया था, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अवैध बताया था.
जेलेंस्की ने चेतावनी दी, किसी भी 'खेरसान पीपल्स रिपब्लिक्स' को मंजूरी नहीं मिलने वाली है, जेलेंस्की ने चेतावनी दी. अगर कोई नया देश चाहता है तो इससे केवल रूस की तरह सख्त प्रतिबंधों ही हाथ आएंगे."
खेरसन यूक्रेन का पहला बड़ा शहर था जो 24 फरवरी को रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन के कब्जे से बाहर हो गया था. उत्तर में, रूसी सेना जापोरिझझिया ( Zaporizhzhia) के आस-पास के एक बड़े इलाके पर नियंत्रण करे हुए है लेकिन जापोरिझझिया फिलहाल यूक्रेनी सेना के नियंत्रण में है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं