Russia-Ukraine War: यूक्रेन में तबाही का मंजर जारी है और युद्ध में कई मासूम लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. यूक्रेन का दावा है कि रूसी सेना ने मासूम लोगों की जान ली है. कई शहरों को तबाह कर दिया है. सामूहिक कब्रों में लोगों को दफनाया जा रहा है. इस युद्ध में अपने बेटे को गवां चुकी एक मां के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. बेटे के शव को देख.. ये मां घुटनों के बल गिर गई. इस मां को एक पेट्रोल पंप के पीछे अपने बेटे का शव मिला. बेटे के शव को इस मां ने उसके जूतों से पहचाना. शव पर सेना का स्लीपिंग मैट था और पानी में था. ऐसे में मां ने पैरों में पहने जूतों को देख बेटे के शव को पहचान. बेटा का शव देख ये वहां गिर गई और "मेरा छोटा बेटे, कहने लगी.
वहां मौजूद एक महिला जब उन्हें पीछे खींचने लगी तो वो भीख मांगते हुए कहने लगी "मुझे उसे थोड़ी देर देखने दो." "मैं नहीं जाऊंगी," दरअसल रविवार को, एएफपी ने बुज़ोवा (Buzova) गांव के पास एक मोटरवे सर्विस स्टेशन के पीछे दो लोगों के अवशेष देखे. जो कि नागरिक और सैन्य कपड़े पहने हुए लग रहे थे. गांव के अधिकारी ल्यूडमिला ज़काब्लुक ने कहा कि दोनों यूक्रेन के प्रादेशिक रक्षा बलों (टीडीएफ) के सदस्य थे. जो यूक्रेन के सशस्त्र बलों का एक आरक्षित गुट है. वे 16 मार्च से लापता थे.
व्याकुल मां का नाम ल्यूडमिला है. उसका बेटा येवेनी, केवल 23 वर्ष का था. 60 वर्षीय अधिकारी ल्यूडमिला ज़काब्लुक ने नम भरी आंखों से कहा कि "मेरा दिल बस भारी है." ये एक डरावनी बात है. "ऐसी बातें करना कैसे संभव है?" जिनेवा संधियों के तहत युद्धबंदियों को संक्षेप में फांसी देने की मनाही है.
हालांकि इन दोनों लोगों की मौत का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं है. लेकिन उनमें से एक का सिर खून से लथपथ था.
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