अमेरिका ने रूस से जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट (Zaporizhzhia Nuclear Power Plant) से सेना हटाने का आह्वान किया है. सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग की नियमित ब्रीफिंग के दौरान प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका संयंत्र पर 'ड्रोन हमले' की रिपोर्ट से अवगत हैं और वहां की स्थितियों पर नजर रख रहे हैं. जिसमें संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की आधिकारिक रिपोर्टिंग भी शामिल है. मिलर ने कहा यूरोप के सबसे बड़े संयंत्र पर कब्जा करके रूस एक बहुत ही खतरनाक खेल खेल रहा है."
मिलर ने जोर देकर कहा, "यह खतरनाक है कि उन्होंने ऐसा किया है. हम रूस से संयंत्र से अपनी सेना और नागरिक कर्मियों को हटाने का आह्वान करते हैं और यूक्रेनी अधिकारियों को संयंत्र का पूर्ण नियंत्रण देने की अपील करते हैं. साथ ही ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचने का आह्वान करते हैं जिसके परिणामस्वरूप संयंत्र में परमाणु घटना हो सकती है."
रूस ने रविवार को दावा किया था कि यूक्रेन ने जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है. मास्को कंट्रोल्ड मैनेजमेंट ऑफ़ प्लांट (Moscow-Controlled Management Of The Plant) की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट (ZNPP) की छठी बिजली इकाई के गुंबद पर हमला किया. रेडियोएक्टिव रिलीज नहीं हुआ है. हालांकि रिएक्टर का कंटेनमेंट सिस्टम कमजोर होने की आशंका जताई है. यूरोप के सबसे बड़े जेपोरिजिया परमाणु संयंत्र पर रूसी सेना ने साल 2022 से कब्जा कर रखा है.
संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कल बताया था कि जेपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट के मेन रिएक्टर कंटेनमेंट स्ट्रक्चर पर कम से कम तीन डायरेक्ट अटैक हुए हैं. नवंबर 2022 के बाद ये पहला ऐसा हमला है. हांलाकि बयान में कहा गया है कि यूनिट-6 के डैमेज होने से परमाणु सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है. लेकिन ये गंभीर दुर्घटना है.
ये भी पढ़ें- अंतरिक्ष से कैसा दिखा पूर्ण सूर्य ग्रहण, NASA ने शेयर किया वीडियो
VIDEO- Lok Sabha Election 2024: Uttar Pradesh के Rampur में विकास सबसे अहम मुद्दा क्या है?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं