इस्लामाबाद:
पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि यदि अदालत इजाजत देती है तो वह मुम्बई हमले के आरोपियों के स्वर नमूने 24 घंटे के अंदर दे देगा। गृहमंत्री रहमान मलिक ने एक भारतीय टीवी चैनल से कहा, 26-11 हमले के पीछे जिन अपराधियों का हाथ हैं, हम उन्हें इंसाफ के कटघरे में लाना चाहते हैं। यदि अदालत इजाजत दे देती है तब स्वर नमूने महज 24 घंटे में दे दिए जाएंगे। वह मुम्बई हमले के आरोपियों के स्वर नमूने में हो रही देरी संबंधी खबरों का जवाब दे रहे थे। भारत मुख्य आरोपी लश्कर ए तैयबा आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी और अन्य के स्वर नमूने की मांग करता रहा है क्योंकि इनके बारे में बताया जाता है कि उन्होंने 26 नवंबर, 2008 के मुम्बई हमले के दौरान आतंकवादियों को निर्देश दे रहे थे। रावलपिंडी की एक अदालत लखवी और उसके छह सहयोगियों के खिलाफ मामले की सुनवाई कर रही है। इन सभी लोगों पर मुम्बई हमले की साजिश रचने और उसमें मदद करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में सुनवाई बहुत ही मंद गति से चल रही है। वर्ष 2009 के शुरूआत में मामले की सुनवाई शुरू होने के बाद से लेकर अबतक चार न्यायाधीश बदले गए हैं। 28 जून को मलिक ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने भारतीय समकक्ष पी चिदम्बरम को बता दिया है कि पाकिस्तानी कानून आरोपी की रजामंदी के बगैर उसके स्वर नमूने लेने की प्रशासन को इजाजत नहीं देता। हालांकि पाक गृहमंत्री का कहना था कि प्रशासन इस मामले में उच्च न्यायालय पहुंचा है।
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