तेहरान:
ईरान के साथ भारत के 'सभ्यता संबंधों' का जिक्र करते हुए दो दिन की यात्रा पर रविवार को तेहरान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ईरानी नेतृत्व के साथ उनकी वार्ता दोनों देशों के बीच रणनीतिक भागीदारी को ले जाने का अवसर मुहैया कराएगी।
ईरान के साथ कारोबार, निवेश और ऊर्जा संबंधों को मजबूत करने की आशा से दौरे के पहले दिन मोदी ने राजधानी के एकमात्र गुरद्वारा में मत्था टेकने के साथ यात्रा की शुरुआत की। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ मोदी की औपचारिक बैठक सोमवार सुबह होनी है। इससे पहले मोदी का रस्मी स्वागत किया जाएगा। रूहानी मेजबान प्रधानमंत्री के सम्मान में भोज भी आयोजित करेंगे।
पीएम मोदी ने भाई गंगा सिंह सभा गुरुद्वारा में मत्था टेका
पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेइ से भी मिलेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद बीते 15 साल में ईरान के द्विपक्षीय दौरे पर आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने भाई गंगा सिंह सभा गुरुद्वारा में मत्था टेका और प्रमुख ग्रंथी से भी बात की। उन्होंने भारत की परंपरा और संस्कृति की रक्षा और प्रसार के लिए फारस की खाड़ी देश में सिख समुदाय के प्रयासों की सराहना की।
मोदी ने कहा, 'हम सभी लोगों को अपना मानते हैं और उन्हें अपने समाज में शामिल करते हैं, क्योंकि हम वसुधैव कुटुंबकम में यकीन करते हैं। इसी भावना के चलते हर भारतीय ने हर देश को अपना घर बना लिया है।' गुट निरपेक्ष आंदोलन 'एनएएम) के शिखर सम्मेलन के लिए यहां दौरे पर 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुरुद्वारे में नहीं जा पाए थे, लेकिन उनकी पत्नी गुरशरण कौर वहां गई थीं।
पीएम मोदी ने ईरान पहुंचकर किया ट्वीट
तेहरान पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'ईरान पहुंच गया हूं, वह जमीन जिसका भारत के साथ सभ्यता का संबंध है। हमारे देशों के बीच आर्थिक भागीदारी प्रगाढ़ होने की उम्मीद है। मुझे यह भी उम्मीद है कि मेरे ईरान दौरे से भारत और ईरान के बीच सांस्कृतिक और लोगों का आपसी संबंध और प्रगाढ होगा।'
मोदी ने अपनी यात्रा से पहले ट्वीटर पर कई संदेशों के जरिए कहा कि कनेक्टिविटी बढ़ाना, व्यापार, निवेश, ऊर्जा भागीदारी, संस्कृति तथा लोगों का लोगों के साथ संपर्क हमारी प्राथमिकता है। मोदी ने कहा कि रूहानी तथा ईरान के शीर्ष नेता के साथ उनकी बैठकों से 'हमारी रणनीतिक भागीदारी' को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति रूहानी तथा ईरान के सम्मानित शीर्ष नेता के साथ हमें रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।' यहां मेहराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ईरान के वित्त व आर्थिक मामलों के मंत्री अली तायेबनिया ने मोदी की अगवानी की। मोदी यहां से एक स्थानीय गुरुद्वारे के लिए रवाना हो गए, जहां वे भारतीय मूल के लोगों से मिले।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
ईरान के साथ कारोबार, निवेश और ऊर्जा संबंधों को मजबूत करने की आशा से दौरे के पहले दिन मोदी ने राजधानी के एकमात्र गुरद्वारा में मत्था टेकने के साथ यात्रा की शुरुआत की। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ मोदी की औपचारिक बैठक सोमवार सुबह होनी है। इससे पहले मोदी का रस्मी स्वागत किया जाएगा। रूहानी मेजबान प्रधानमंत्री के सम्मान में भोज भी आयोजित करेंगे।
पीएम मोदी ने भाई गंगा सिंह सभा गुरुद्वारा में मत्था टेका
पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेइ से भी मिलेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद बीते 15 साल में ईरान के द्विपक्षीय दौरे पर आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने भाई गंगा सिंह सभा गुरुद्वारा में मत्था टेका और प्रमुख ग्रंथी से भी बात की। उन्होंने भारत की परंपरा और संस्कृति की रक्षा और प्रसार के लिए फारस की खाड़ी देश में सिख समुदाय के प्रयासों की सराहना की।
मोदी ने कहा, 'हम सभी लोगों को अपना मानते हैं और उन्हें अपने समाज में शामिल करते हैं, क्योंकि हम वसुधैव कुटुंबकम में यकीन करते हैं। इसी भावना के चलते हर भारतीय ने हर देश को अपना घर बना लिया है।' गुट निरपेक्ष आंदोलन 'एनएएम) के शिखर सम्मेलन के लिए यहां दौरे पर 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुरुद्वारे में नहीं जा पाए थे, लेकिन उनकी पत्नी गुरशरण कौर वहां गई थीं।
पीएम मोदी ने ईरान पहुंचकर किया ट्वीट
तेहरान पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'ईरान पहुंच गया हूं, वह जमीन जिसका भारत के साथ सभ्यता का संबंध है। हमारे देशों के बीच आर्थिक भागीदारी प्रगाढ़ होने की उम्मीद है। मुझे यह भी उम्मीद है कि मेरे ईरान दौरे से भारत और ईरान के बीच सांस्कृतिक और लोगों का आपसी संबंध और प्रगाढ होगा।'
मोदी ने अपनी यात्रा से पहले ट्वीटर पर कई संदेशों के जरिए कहा कि कनेक्टिविटी बढ़ाना, व्यापार, निवेश, ऊर्जा भागीदारी, संस्कृति तथा लोगों का लोगों के साथ संपर्क हमारी प्राथमिकता है। मोदी ने कहा कि रूहानी तथा ईरान के शीर्ष नेता के साथ उनकी बैठकों से 'हमारी रणनीतिक भागीदारी' को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति रूहानी तथा ईरान के सम्मानित शीर्ष नेता के साथ हमें रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।' यहां मेहराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ईरान के वित्त व आर्थिक मामलों के मंत्री अली तायेबनिया ने मोदी की अगवानी की। मोदी यहां से एक स्थानीय गुरुद्वारे के लिए रवाना हो गए, जहां वे भारतीय मूल के लोगों से मिले।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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