पाकिस्तान सरकार से मिल रहे सहयोग के बीच प्रतिबंधित जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद ने अपने समर्थकों से कहा कि पाकिस्तानियों को आगे आना चाहिए और भारत से 'आजादी' हासिल करने में कश्मीरियों की मदद करनी चाहिए।
उसने लाहौर स्थित ऐतिहासिक मीनार-ए-पाकिस्तान में जमात उद दावा के एक मजमे को संबोधित करते हुए कहा, यदि भारत, अमेरिका की मदद के लिए अफगानिस्तान में सैनिक भेज सकता है, तो मुजाहिदीन के पास कश्मीर जाने और अपने भाइयों की मदद करने का पूरा हक है। कश्मीरी भी मदद की फरियाद कर रहे हैं और उनकी अपील पर जवाब देना हमारा कर्तव्य है।
दो-दिवसीय मजमा शुक्रवार को खत्म हो गया। सईद के काफी संख्या में समर्थक समूचे पाकिस्तान से लाहौर पहुंचे। नवाज सरकार ने जेयूडी के मजमे में लोगों को लाने ले जाने के लिए कराची और हैदराबाद से दो विशेष ट्रेनें भी चलाई थीं।
आतंकवादी घोषित किए जाने के बावजूद पाकिस्तान में छुट्टा घूम रहे सईद ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भारत को यह भी दृढ़ता से कहने को कहा कि कश्मीर मुद्दा का हल संयुक्त राष्ट्र के संकल्प के तहत शांतिपूर्ण तरीके से हो। अन्यथा यह उनकी सरकार के लिए बाध्यकारी होगा कि आजादी हासिल करने में कश्मीरियों का पूरा समर्थन किया जाए।
सईद प्रतिबंधित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का भी संस्थापक है। उसने कहा, हम नवाज शरीफ को कहना चाहते हैं, यदि भारत प्रेम की भाषा नहीं सुनता है, तो उन्हें कश्मीरियों को अपनी आजादी हासिल करने में खुला समर्थन करना चाहिए।
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